बालिका शिक्षा पर हो विशेष जोर
महराजगंज: लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होते ही देश की सबसे बड़ी पंचायत के प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए घमासान अपने चरम पर है। प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए वादे तो कर रहे हैं, लेकिन अतीत गवाह है कि अब तक जनप्रतिनिधियों द्वारा किये गये वादे पूर्ण नहीं हो सके हैं। चाहे जिला मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने की बात हो या फिर इस पिछडे़ जिले में कल-कारखानों की स्थापना के लिए की गई चुनावी घोषणाएं। हर तरफ जनता को छला ही गया है। आने वाली सरकार को बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, तभी समाज का विकास संभव है।
-बालिका शिक्षा के लिए बने विशेष कार्ययोजना
-महिलाओं को सुरक्षा, स्वास्थ्य व शिक्षा की गारंटी मिले।
-सांसद व विधायकों का चुनाव लड़ने के लिए शैक्षणिक व आयु सीमा निर्धारित की जाए।
-सांसद व विधायक निधि से होने वाले विकास कार्यो में पारदर्शिता हो।
- शिक्षा व रोजगार की समुचित व्यवस्था हो।
-जिले के पुरातात्विक स्थलों के विकास के लिए बेहतर कार्य योजना बनाई जाए।
-कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए पहल की जाए।
-महराजगंज जिले की खस्ताहाल सड़कों को निर्धारित समय सीमा के अंदर दुरूस्त कराया जाए।
-आपराधिक छवि के प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने से रोका जाए।
-जिले में औद्योगिक इकाईयों की स्थापना हो जिसे नौजवानों को काम मिल सके।