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करवाचौथ की रात महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर मिटा दिया अपना सुहाग

महिला ने करवाचौथ की रात महिला ने पति के हाथ-पैर बांध उसी के सामने प्रेमी के साथ संबंध बनाए फिर पति को तीन टुकड़ों में काट डाला। यह घटना मडिय़ांव के हरिओमनगर में हुई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 09:22 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 04:19 PM (IST)
करवाचौथ की रात महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर मिटा दिया अपना सुहाग
करवाचौथ की रात महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर मिटा दिया अपना सुहाग

लखनऊ (जेएनएन)। करवाचौथ पर महिलाए अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखने के बाद देर शाम चांद निकलने पर पति का दीदार करने के बाद ही पानी पीतीं है, लेकिन लखनऊ में एक महिला ने इसी पाव पर्व की रात अपना सुहाग उजाड़ दिया। महिला ने करवाचौथ की रात महिला ने पति के हाथ-पैर बांध उसी के सामने प्रेमी के साथ संबंध बनाए फिर पति को तीन टुकड़ों में काट डाला। यह घटना मडिय़ांव के हरिओमनगर में हुई।

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एक कलयुगी पत्नी करवाचौथ की रात आशिक संग घर में ही ही रंगरेलिया मनाते पकड़ी गई। पति तो दुकान से समय से पहले घर पहुंचा था, जिससे कि उसकी पत्नी उसका चेहरा देखने के बाद व्रत तोड़कर पानी पी सके, लेकिन वहां तो नजारा ही दूसरा था।
इंस्पेक्टर मडिय़ांव नागेश कुमार मिश्र के मुताबिक मूलरूप से जिला बलरामपुर के गांव सराय फाटक निवासी शिवा ने 19 अक्टूबर 16 को करवाचौथ की रात पत्नी मधु को अपने मौसेरे भाई नीरज के साथ घर में बेहद आपत्तिजनक स्थिति में देखकर विरोध किया। इसके बाद मधु और प्रेमी ने नीरज ने शिवा के दोनों हाथ दुपट्टे से बांध दिए। इसके बाद दोनों ने शिवा के सामने ही शारीरिक संबंध बनाए और फिर गला कसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद शव को तीन टुकड़ों में काटने के बाद उसका शव घर के  सेप्टिक टैंक में दफन कर दिया। हत्या लगभग चार माह पूर्व हुई और चार महीने तक शव घर के सेप्टी टैंक में ही दफन रहा, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नही लगी। घटना के चार माह बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और हत्यारोपित पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका आशिक फरार होने में कामियाब हो गया है।
मृतक शिवा उर्फ शैलू (29) की दिव्यांग की हत्या उम्र में पांच वर्ष बड़ी दिव्यांग पत्नी के प्रेमी राजेंद्रनगर झोपड़पट्टी निवासी नीरज की तलाश की जा रही है। इस घटना के बाद सप्ताहभर तक महिला प्रेमी संग हरिओमनगर स्थित पति के घर में ही रही। इसके बाद वह सेमरा गाढ़ी गांव में रहने लगी। परसों शिवा का ममेरा भाई प्रदीप अस्थाना मडिय़ांव थाने पहुंचा और गुमशुदगी की तहरीर दी। जिसपर पुलिस ने मधु को गिरफ्तार किया, लेकिन उसका प्रेमी नीरज भाग निकला। पूछताछ में मधु ने हत्या की बात स्वीकार की। 
भाई ने कबूल करवाया बहन से जुर्म
मडिय़ांव के हरिओमनगर निवासी शिवा सक्सेना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पत्नी मधु को सलाखों के पीछे पहुंचाने में उसके सगे भाई मोहित का अहम रोल है। मोहित के मधु को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसपर उसने पुलिस को गुमराह करना शुरू कर दिया। मोहित पुलिस को विश्वास में लेकर मधु को अपने साथ लेकर गया और कुछ ही देर में उससे पूरी घटना कुबूल करवा ली।
पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से गोपनीय ढंग से दो सिपाही भी उनके पीछे लगा रखे थे। इसके बाद परसों मोहित उसे थाने लेकर आया और महिला ने पूरा घटनाक्रम बताकर सेप्टिक टैंक में शिवा के शव को फेंकने की जानकारी दी। इंस्पेक्टर मडिय़ांव के मुताबिक शिवा के ममेरे भाई प्रदीप अस्थाना की तहरीर पर हत्यारोपी मधु व उसके प्रेमी नीरज के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छुपाने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। मधु को जेल भेजा गया है, नीरज की तलाश की जा रही है। नीरज, शिवा की मौसी रंजना का दत्तक पुत्र है।
दहेज रहित की थी शादी
ममेरे भाई प्रदीप के मुताबिक शिवा ने वर्ष 2013 में मधु से बिना दहेज के शादी की थी। मधु दिव्यांग थी, यह जानते हुए शिवा उसकी जिंदगी संवारना चाहता था, लेकिन मधु ने ही उसके साथ धोखा किया।
मोहल्ले के लोगों को किया गुमराह
घटना के बाद हरिओमनगर के लोग शिवा को शरीफ इंसान बता रहे थे और उसकी हत्यारोपी पत्नी मधु के चरित्र को लेकर तरह-तरह के सवाल उठा रहे थे। कुछ महिलाओं ने बताया घटना के बाद शिवा मोहल्ले में नहीं दिखा, जिसपर लोगों ने मधु से पूछताछ की तो उसके लापता होने का नाटक करके रोना शुरू कर दिया। 
सफाईकर्मियों से निकलवाया शव
कल मडिय़ांव थाने की पुलिस हरिओमनगर स्थित शिवा के घर पहुंची। सेप्टिक टैंक खोला तो उसमें शिवा का कंकाल दिखा। दो सफाई कर्मचारियों के माध्यम से तीन टुकड़ों में बंटे कंकाल को बाहर निकाला गया। पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित करने के लिए नगर निगम की टीम लगाकर सेप्टिक टैंक भी साफ कराया।
चार महीने टैंक में पड़ा रहा कंकाल
इंस्पेक्टर मडिय़ांव नागेश कुमार मिश्र ने बताया कि पति की हत्या के एक महीने बाद नवंबर में महिला अपने प्रेमी संग शिवा के लापता होने की तहरीर लेकर थाने आई थी, उसका कहना था कि पति बलरामपुर स्थित गांव गया था, घर वापस नहीं आया, दोनों बिना तहरीर दिए थाने के गेट से ही वापस हो गए थे। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस तभी गंभीरता से जांच करती तो चार महीने तक शव सेप्टिक टैंक में न पड़ा रहता, नवंबर में ही घटना का खुलासा हो जाता, लेकिन पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया।
भाग निकला हत्यारोपी प्रेमी
पुलिस ने मधु को जिस किराए के मकान से गिरफ्तार किया, उसका प्रेमी नीरज भी वहां मौजूद था, लेकिन दबिश के दौरान पुलिस की चूक से वह मौके से भाग निकला।
दो बच्चों की हो चुकी है मौत
मधु ने पुलिस पूछताछ में बताया कि शिवा से शादी के बाद उसके दो बेटे हुए, लेकिन ऑपरेशन के दौरान दोनों की मौत हो गई। मधु के मुताबिक शिवा उसे अक्सर पीटता था, जिसका उसके प्रेमी नीरज ने कई बार विरोध किया और जान से मारने की धमकी भी दी थी।
सीओ को किया गुमराह
सीओ अलीगंज डॉ. मीनाक्षी गुप्ता ने मडिय़ांव थाने में हत्यारोपी महिला मधु के बयान दर्ज किए। सीओ के मुताबिक मधु ने बताया कि घटना की रात शिवा ने उसे नीरज के साथ कमरे में देख लिया था। जिसपर शिवा ने मधु को एक थप्पड़ जड़ दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। जब होश में आई तो नीरज से शिवा के बारे में पूछा। तब उसे नीरज ने बताया कि शिवा की हत्या कर उसके शव को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया। उसने चुप रहने को कहा और चला गया।

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