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गड़बडिय़ां सामनेः बड़ों तक पहुंचेगी वक्फ घोटाले की जांच की आंच

शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड संपत्तियों पर बिल्डरों, ठेकेदारों के कब्जों की सीबीआइ जांच की आंच पूर्व मंत्री, धर्मगुरु और नौकरशाहों तक पहुंचने की आशंका है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 16 Jun 2017 09:03 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jun 2017 09:05 PM (IST)
गड़बडिय़ां सामनेः बड़ों तक पहुंचेगी वक्फ घोटाले की जांच की आंच
गड़बडिय़ां सामनेः बड़ों तक पहुंचेगी वक्फ घोटाले की जांच की आंच

लखनऊ (जेएनएन)। शिया व सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर बिल्डरों, ठेकेदारों के कब्जों की सीबीआइ जांच की आंच पूर्व मंत्री, धर्मगुरु और कई नौकरशाहों तक पहुंचने की संभावना है। दूसरी ओर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने शुक्रवार को शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पांच नामित सदस्यों की बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया। शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड में व्यापक भ्रष्टाचार का पर्दाफाश सेंट्रल वक्फ काउंसिल के सदस्य एजाज रिजवी ने अपनी जांच रिपोर्ट में किया था। 

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भ्रष्टाचार के पहलुओं का उल्लेख 

रिजवी ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां के मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को रामपुर की वक्फ की संपत्ति और  बसपा नेता सतीश मिश्र से ताल्लुक रखने वाले ट्रस्ट को लखनऊ के मोहान रोड की वक्फ संपत्ति दिए जाने की बात कही थी। रिजवी ने दोनों बोर्डों की अलग-अलग रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के ढेरों पहलुओं का उल्लेख किया था। 15 साल के अंतराल में वक्फ संपत्तियों पर श्वेत पत्र जारी करने व सीबीआइ जांच की संस्तुति की थी। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में जांच रिपोर्ट को सही ठहराते हुए संस्तुतियों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार को लिखा था। छह अ्रप्रैल को लखनऊ दौरे पर नकवी ने यह बात स्वीकार भी की थी। 

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बोर्ड भंग की संस्तुति 

सूत्रों का कहना है कि इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने अपने स्तर से जांच कराई और शुक्रवार को प्रकरण की जांच सीबीआइ को सौंपने व बोर्ड भंग करने की संस्तुति करने का एलान किया। हालांकि अभी सरकार ने सीबीआइ जांच की संस्तुति नहीं की है, अगर सीबीआइ की जांच हुई तो रामपुर में मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी और रामपुर पब्लिक स्कूल के निर्माण में संपत्ति कब्जाने का मामला सामने आएगा। ऐसे में पूर्व मंत्री आजम की मुश्किल बढ़ सकती है। वक्फ संपत्तियां लीज पर देने वाले अधिकारी जांच के घेरे में होंगे। ऐसे लखनऊ में शिया औकाफ कब्जाने की आंच धर्मगुरु से जुड़े लोगों तक तक जा सकती है। 

बर्खास्त किए गए 

दूसरी ओर शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इसे बोर्ड भंग करने की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है। शिया वक्फ बोर्ड के नामित छह सदस्यों की बर्खास्तगी का आदेश भी जारी कर दिया गया है। बर्खास्त किए गए सेंट्रल वक्फ बोर्ड के नामित सदस्यों में अख्तर हसन रिजवी, आलिमा जैदी, सैयद वली हैदर, सैयद आसिम हुसैन रिजवी और नजमुल हसन रिजवी का नाम शामिल है। सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल काउंसिल के सदस्य ने इनमें से एक सदस्य अख्तर हसन पर मुंबई का इमामबाड़ा बेचने में शामिल होने की बात कही थी।


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