खुफिया एलर्टः यूपी दहलाने को आतंकियों ने धरा साधु वेश !
आतंकवादी उत्तर प्रदेश में वारदात करने को चोला बदल रहे हैं। आतंकवादी भगवा भेष में हमला कर सकते हैं। सनसनीखेज खुफिया सूचना मिलने के बाद प्रदेश में पुलिस को अलर्ट जारी किया गया है।
लखनऊ (जेएनएन)। भारत में तबाही फैलाने की साजिश में जुटे आइएस के आतंकियों की एक टोली उत्तर प्रदेश में घुसपैठ को प्रयासरत है। जो साधु-संतों के वेश में धार्मिक स्थलों परहमले करने की फिराक में हैं। इस इनपुट के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट किया गया है। वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आईजी सुरक्षा अशोकमुथा जैन के नेतृत्व में एक दल ने प्रदेश के प्रमुख मंदिरों, संवेदनशील सावर्जनिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
मध्य प्रदेश पुलिस के एक अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने 21 अप्रैल की शाम यूपी पुलिस को भेजे इनपुट में कहा है कि आइएस के खुरासन माड्यूल के आतंकी नेपाल के रास्ते यूपी में दाखिल होने के प्रयास में है। सुरक्षा एजेसियों को अलर्ट करते हुए कहा गया है कि 'राष्ट्र विरोधी तत्वों का यह ग्रुप (17-18 वर्ष) हिंदू धर्म केरीति रिवाज सीखकर साधु-संतों की वेशभूषा में प्रमुख धार्मिक स्थलों व संवेदनशील स्थल पर वारदात कर सकते हैैं।Ó चेताया गया है कि आइएसआइ ने पूर्व में 'आपरेशन कृष्णा इंडिया के तहत आतंकियों को हिंदू रीति रिवाजों का प्रशिक्षण देकर हिंदू आबादी वाला क्षेत्रों में स्थित धार्मिक स्थलों में घटनाएं कराकर धार्मिक विद्वेष फैलाने की साजिश की थी। उस समय से ही इस ग्रुप के 20-25 आतंकी नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश में दाखिल होने को प्रयासरत हैैं।
केंद्रीय खुफिया व मध्य प्रदेश पुलिस के इस इनपुट के बाद यूपी एटीएस, एसटीएफ, सुरक्षा इकाई और नागरिक पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। हवाई अड्डों, अयोध्या, काशी और मथुरा के मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विधान भवन, सचिवालय व न्यायालयों की सुरक्षा कड़ी करने की हिदायत दी गई है। भीड़भाड़ वाले इलाको की सघन चेकिंग के निर्देश दिये गये हैैं। पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह का कहना है कि प्रदेश व उसके नागरिकों की सुरक्षा में किसी प्रकार की ढील नहीं होने दी जाएगी। प्राप्त जानकारी की जांच के लिए भी टीमें लगा दी गई हैं। दूसरी ओर आईजी सुरक्षा अशोक मुथा जैन ने गोरखपुर व काशी के प्रमुख मंदिरों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
अलर्ट में बिजनौर विस्फोट का हवाला
यूपी पुलिस को भेजे गये इनपुट में 12 सितंबर 2014 को बिजनौर में आईईडी ब्लॉस्ट का भी उल्लेख किया गया है। कहा गया है कि उस समय मारे गए सिमी आतंकियों (खंडवा जेल से फरार हुए थे) के हाथ पर कलावा बंधा था। माथे पर तिलक मिला था। जेल से फरार होने के बाद इन लोगों ने हिंदू नामों से बिजनौर में किराए का मकान लिया था। फिलहाल एजेंसियां एमपी पुलिस से मिले इनपुट्स पर काम कर रही हैं। कहा गया है कि खुरासन माड्यूल का संदिग्ध आतंकी गौस मोहम्मद लखनऊ में करन खत्री बनकर रह था, इसलिए पुलिस का शक और गहरा हुआ है।
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दो दर्जन से अधिक आतंकी यूपी पहुंचे
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यूपी में दो दर्जन से अधिक आतंकवादी यूपी के विभिन्न जिलों में पहुंच चुके हैं। 17-18 साल की उम्र के इन आतंकवादियों को हिंदू धर्म के साधु संतों के वस्त्र पहनने का भी प्रशिक्षण दिया गया है। यह आतंकी भारत-नेपाल की सीमा से दाखिल हुए हैं और लोगों से घुल-मिल भी गए हैं।
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बताया जा रहा है कि इन आतंकवादियों के निशाने पर लखनऊ, मथुरा, अयोध्या, हाईकोर्ट बिल्डिंग, आगरा, इलाहाबाद, काशी, सचिवालय सहित कई भीड़भाड़ वाले स्थान भी निशाने पर हैं। इन आतंकवादियों की संख्या दो दर्जन से अधिक बताई जा रही है। हालांकि सूचना मिलने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।
भगवा भेष में हमला कर सकते हैं आतंकी
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यूपी में आतंकवादी भगवा भेष में हमला कर सकते हैं इसका उन्हें इनपुट मिला है। यूपी के कई जिलों में आतंकी संगठन के सदस्यों के छिपे होने की भी आशंका जतायी जा रही है। इसको देखते हुए प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है और जिलों के सभी पुलिस अधीक्षकों को सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
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होटल व सार्वजनिक स्थलों पर चेकिंग डीजीपी के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश के होटल, रेस्टोरेन्ट, सराय, रेलवे स्टेशन के साथ ही सार्वजानिक स्थलों पर पुलिस सघन चेकिंग अभियान चलायेगी। बताया जा रहा है कि होटल में ठहरने वाले लोगों का भी पुलिस ने विजटर रजिस्टर चेक करके शक होने पर उनसे पूछताछ भी की जाएगी। प्रदेश में खुफिया व आर्मी इंटेलीजेंस सक्रिय हो गई है।
मुठभेड़ में मारा गया था संदिग्ध आतंकी
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के एक दिन पहले मध्य प्रदेश में पैसेंजर ट्रेन में ब्लास्ट हो गया। इस वारदात को लेकर उत्तर प्रदेश के कानपुर व इटावा में आंतकियों को गिरफ्तारी की गई। राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में आंतकी व एटीएस के बीच हुई मुठभेड़ के मद्देनजर आशंका जताई जा रही थी कि यह लोग कोई बड़ी साजिश के लिए विभिन्न जनपदों में फैले थे।
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सूत्रों की सटीक जानकारी के वारदात को अंजाम देने से पहले ही एटीएस ने कार्रवाई करके संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद कई ताबड़तोड़ छापेमारी में एटीएस और पुलिस ने दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में भी लिया, कुछ के खिलाफ एटीएस और पुलिस ने कार्रवाई भी की है।
क्या हैं इनपुट्स
इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के मुताबिक, आतंकी वारदात के लिए यूपी में भेजे गए युवा 17-18 साल के हैं। इन लोगों को हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों की ट्रेनिंग दी गई है। यह लोग साधु संतों व तांत्रिकों के वेश में रहते हैं। इसी साल फरवरी में 20-25 युवाओं को आतंकी संगठनों ने भारत-नेपाल बॉर्डर से यूपी में भेज दिया है। यूपी में घुसने के बाद इन लोगों ने हिंदू बहुल शहरों में हिंदू बस्तियों में ठिकाना बना लिया है। पुलिस- सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए आतंकी अपना हिंदू नाम रखकर किराए के मकान में रहने की योजना लेकर दाखिल हुए हैं। ऑपरेशन कृष्णा इंडिया से है ताल्लुक
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हिंदू रीति रिवाजों का प्रशिक्षण देकर एजेंटों को हिंदू आबादी में प्रवेश करवाने के लिए ऑपरेशन कृष्णा इंडिया शुरू किया था। इन एजेंटों को भी उसी का हिस्सा माना जा रहा है। आईएसआई की योजना इन एजेंटों को साधु वेश् में धार्मिक स्थलों में स्थापित करने की है, ताकि वह अपना काम आसानी से कर सकें। उसके बाद यह लोग धार्मिक विद्वेष फैलाने के साथ ही किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की रणनीति बना सकते हैं।
इस्लामिक स्टेट मॉड्यूल से भी मिले इनपुट
इसी साल मार्च में एमपी, लखनऊ व कानपुर से गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल के एजेंट्स और मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद से भी इंटेलिजेंस को अहम इनपुट मिले हैं। गौस मोहम्मद लखनऊ में करन खत्री बनकर किराए के मकान में रह रहा था। इसके अलावा 12 सितंबर 2014 को बिजनौर में हुए आईईडी ब्लॉस्ट की घटना में मारे गए सिमी आतंकियों (खंडवा जेल से फरार हुए थे) के हाथ में भी कलावा और माथे पर तिलक मिला था। जेल से फरार होने के बाद इन लोगों ने हिंदू नामों से बिजनौर में किराए का मकान लिया था। फिलहाल खुफिया एजेंसियां अब यूपी में दाखिल एजेंट्स को भी इन्हीं आतंकियों की कड़ी का हिस्सा मानकर छानबीन कर रही हैं।