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केंद्र की वॉटर एक्सप्रेस ट्रेन उत्तर प्रदेश को स्वीकार नहीं

बुदेलखंड की जनता की प्यास बुझाने को केंद्र सरकार की वॉटर एक्सप्रेस कल शाम से झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के पास पानी लेने का समय नहीं है। रेलवे ने सूखे की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के लोगों की प्यास बुझाने की

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 05 May 2016 11:16 AM (IST)Updated: Thu, 05 May 2016 08:29 PM (IST)
केंद्र की वॉटर एक्सप्रेस ट्रेन उत्तर प्रदेश को स्वीकार नहीं

लखनऊ। बुदेलखंड की जनता की प्यास बुझाने को केंद्र सरकार की वॉटर एक्सप्रेस कल शाम से झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के पास पानी लेने का समय नहीं है। रेलवे ने सूखे की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के लोगों की प्यास बुझाने की पहल की है।

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दस वैगन वाली एक ट्रेन 5 लाख लीटर पानी के साथ कल देर शाम झांसी पहुंची, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार इस पानी को महोबा तक पहुंचाने में अभी तक नाकाम है। इस ट्रेन को महोबा जाना है, लेकिन जिला प्रशासन और रेलवे के बीच सामंजस्य न बन पाने की वजह से यह अभी तक झांसी के यार्ड में ही खड़ी है। यह तय नहीं हो पा रहा है कि इसे कहां और कैसे भेजा जाए।

महोबा जिला प्रशासन का कहना है कि उन्हें यह सूचना नहीं है कि ऐसी कोई ट्रेन आई है। जिला प्रशासन के मुताबिक, उन्हें इस वाटर ट्रेन की जरूरत भी नहीं है. यहां पानी की ऐसी किल्लत नहीं है और लोगों को टैंकर से पानी सप्लाई की जा रही है।

गौरतलब है कि जल संकट को देखते हुए रतलाम से यह ट्रेन यहां पहुंची है। अब जिला प्रशासन के पानी लेने से मन करने पर इसे झांसी स्टेशन के यार्ड में ही खड़ा कर दिया गया है। ट्रेन को लेकर रेलवे और जिला प्रशासन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

डीएम के दावों पर सवाल

झांसी रेल मंडल के एडीआरएम विनीत सिंह ने बताया कि 'वॉटर एक्सप्रेस' झांसी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई है। जब महोबा डीएम वीरेश्वर सिंह से बात हुई तो उन्होंने ट्रेन से पानी मंगाए जाने की जरूरत से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी महोबा जिले में टैंकरों से पानी सप्लाई हो रहा है। एडीआरएम ने कहा कि महोबा डीएम के जरूरत होने को मना करने के बाद पानी एक्सप्रेस को झांसी ही रखा जाएगा। आने वाले दिनों में अगर बुंदेलखंड के किसी जिले में पानी की जरूरत पड़ती है तो वहां इसी ट्रेन द्वारा पानी भेजा जाएगा।

क्या है स्थिति

बुंदेलखंड इन दिनों भयंकर सूखा की चपेट में है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इसको लेकर चंद रोज बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी करते वाले हैं। महोबा जिला प्रशासन जो दावा कर रहा ही कि पानी टैंकर से सप्लाई किया जा रहा है उसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यहां टैंकर पहुंचते ही कुछ ही मिनटों में पानी लुट लिया जाता है। सबसे बुरी हालत महोबा जिले की है। यहां गांवों में टैंकर से पहुंचाए जा रहे पानी के लिए मारामारी मच जाती है। इसके बावजूद जिला प्रशासन का पानी लेने से इन्कार करना समझ नहीं आ रहा है।

कल पहुंचने वाली वॉटर एक्सप्रेस पर भी विवाद

वॉटर एक्सप्रेस राजस्थान के कोटा के बाणसागर से पानी भरकर बीना, झांसी से होते हुए छह मई को सुबह महोबा पहुंचने वाली है। इसको लेकर भी वहां पर विवाद हो गया है। महोबा प्रशासन के इनकार के बाद अब ट्रेन कल आएगी या नहीं यह अभी तय नहीं है।


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