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यूपी उद्घोष में दिखा बदलती कांग्रेस का अक्स, सत्ता से दूरी पाटने की ललक

उत्तर प्रदेश में सत्ता से दूरी को पाटने की कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ललक आज रमाबाई अंबेडकर मैदान में नजर आयी वहीं पार्टी का बदला अक्स भी दिखा।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 29 Jul 2016 11:47 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jul 2016 11:52 PM (IST)

लखनऊ ( राज्य ब्यूरो )। प्रदेश में सत्ता से 27 वर्ष की बनी दूरी को पाटने की कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ललक आज रमाबाई अंबेडकर मैदान में नजर आयी वहीं पार्टी का बदला अक्स भी दिखा। खराब मौसम के बावजूद भीड़ का उत्साह नेतृत्व को सुकून देने वाला भले ही रहा परन्तु कार्यकर्ताओं में संघर्ष का जज्बा कितना भर पाएगा यह वक्त बताएगा।

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तस्वीरों में देखें-उत्तर प्रदेश की राजधानी में घुमड़ती कांग्रेस

अर्से बाद प्रदेश में कांग्रेस के बैनर तले केवल एक सप्ताह में इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को जुटाने का दावा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर बड़े चमत्कार की उम्मीद जता रहे हैं। अमूमन बड़ी रैलियां आयोजित करने से कन्नी काट लेने वाले कांग्रेस नेताओं को भरोसा जगा है कि पार्टी में अभी दम बाकी है। कांग्रेसियों का मनोबल बढऩे की एक वजह रमाबाई अंबेडकर जैसे विशाल मैदान में रैली कामयाब होना भी है। महामंत्री द्विजेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि सभी जिलों व वर्गो का भरपूर प्रतिनिधित्व कार्यक्रम में रहा। स्थानीय स्तर पर कांग्रेस समाप्त होने का आरोप लगाने वाले आलोचक भी हैरान हैं।

संगठन हाशिए पर रहे

कांग्रेसियों के लिए इवेंट कंपनी द्वारा भव्य कार्यक्रम कराना और उसमें शामिल होना सुखद अनुभव जैसा रहा। काली टी शर्ट पहने हुए सैकड़ों की संख्या में टीम पीके के सदस्य पूरा इंतजाम संभाले थे। मैदान पर गत एक सप्ताह से जारी तैयारियों में अन्य कांग्रेसियों का मौका मुआयना करने के अलावा कोई खास योगदान नहीं रहा। पूर्वांचल के एक पूर्व मंत्री का कहना था कि इस परंपरा से कार्यकर्ताओं में बैनर होर्डिंग्स लगाने और मंच सजाने की मेहनत से बचने की आदत बढ़ेगी। आने वाले दिनों में पार्टी इवेंट कंपनी के सहारे चलाने की मजबूरी आ खड़ी होगी। विशालकाय मंच व रैंप पर चलते हुए राहुल गांधी व अन्य नेताओं द्वारा कार्यकर्ता के मुश्किल सवालों का जवाब देना भी उन्हें संतुष्ट करने वाला रहा। पूर्व विधायक सिराज मेंहदी कहते है कि जिन सवालों से आम कार्यकर्ता आए दिन जूझता है उनके हल की राह भी नेतृत्व ने सुझा दी।

अब बनारस में सोनिया का रोड शो

करीब एक पखवाड़े में ताबड़तोड़ तीन बड़े आयोजन करके कांग्रेस ने चुनाव अभियान की जोरदार शुरुआत की है। पिछली 23 जुलाई को दिल्ली से आरम्भ तीन दिनी बस यात्रा के बाद शुक्रवार को 'यूपी उद्घोष'कार्यक्रम सफल होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने बताया कि अब वाराणसी में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी दो अगस्त को 'रोड शो' करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में केंद्र और प्रदेश सरकार को आइना दिखाने का काम करेगी।

मुख्यमंत्रियों की 'साढ़े साती' से मुक्ति दिलाएगी कांग्रेस

प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद, मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने जोरदार हमले किये। राज बब्बर ने तो मौजूदा सपा सरकार में 'साढ़े सात' मुख्यमंत्री होने का दावा कर इस 'साढ़े साती' से मुक्ति दिलाने की बात कही। राज बब्बर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अनेक मुख्यमंत्रियों से प्रदेश की जनता परेशान है। राहुल गांधी के उद्घोष के साथ ही कांग्रेस की वापसी का फैसला भी हो गया है। शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस जो वादा करती है, उसे पूरा करती है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले हर परिवार के खाते में 15-15 लाख रुपये जमा करने का वादा किया था, किंतु वह नहीं आए। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार काम ही नहीं करना चाहती।

...जब खुद कुर्सी उठाकर चले राहुल

राहुल कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान खुद आगे बढ़कर उनके बीच जाते व उनसे मिलने की मशक्कत करते दिखे। मंच से आगे प्लेटफार्म पर आने के लिए राहुल अपनी कुर्सी खुद उठाकर आगे बढ़े। कानपुर के कार्यकर्ता लाल इमली चलाने संबंधी सवाल के लिए चिल्ला रहे थे। इस पर राजबब्बर ने उन्हें चेताया तो राहुल ने उन्हें शांत करा दिया।


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