यूपी विधानसभा : दोनों सदन से विपक्ष गायब, विधानसभा 24 तक स्थगित
सदस्य अपने-अपने मुंह पर मास्क लगाकर और हाथ पर काली पट्टी बांधकर विधानसभा के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का दूसरा विधानमंडल विपक्ष के बहिष्कार से बेहद चर्चा में है। मानसून सत्र में सरकार बजट पेश कर रही है, लेकिन विपक्ष गायब है।विधानसभा 24 जुलाई को 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई।
विपक्ष की अनुपस्थिति में विधानसभा में 65 विभागों का बजट बिना चर्चा पारित। विधानसभा 24 जुलाई तक स्थगित। सत्ता पक्ष की तानाशाही से नाराज सपा, कांग्रेस व बसपा विधायको ने काली पट्टी बांधी। मुँह पर पट्टी बांध चरणसिंह की प्रतिमा पर धरना देकर ज्ञापन अपिर्त किया।
विधानमंडल का मानसून सत्र 11 जुलाई से चल रहा है, लेकिन विपक्ष रोज हंगामा करने के बाद सत्र का बहिष्कार कर रहा है। आज भी विपक्ष के हंगामे से विधान परिषद स्थगित हो गया । विधान सभा में समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी ने आज की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है। सभी सदस्य अपने मुंह पर मास्क लगाकर और हाथ पर काली पट्टी बांधकर विधानसभा के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदेश के विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही 11 जुलाई से शुरू हुई थी। जिसके तहत सत्र के पहले दिन ही योगी सरकार ने अपना पहला बजट भी पेश किया था। कल भी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ ने अपने विभागों के बजट को पेश किया। सरकार आज भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में बजट पेश कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज भी विधान सभा की कार्रवाही में शामिल होने पहुंचे। आज भी विपक्षी दलों की गैर मौजूदगी में विधानसभा की कार्रवाही शुरू हुई। विधान परिषद की कार्यवाई शुरू होते ही समाजवादी पार्टी ने हंगामा शुरू कर दिया। विधान परिषद में सरकार विरोधी नारे लगाए जाने लगे।
सपा विधायकों ने वेल में धरना दिया। सपा विधायक बजट पर चर्चा का विरोध कर रहे हैं। शोर शराबे के बीच विधान परिषद की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित की गई। कांग्रेस एमएलसी भी विधान परिषद में धरने पर बैठे हैं। सीएम योगी के भाषण के बाद से ही सदन में हंगामा हो रहा है।
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विपक्ष ने कल भी जमकर हंगामा किया था। कांग्रेस सपा और बसपा सदन में सरकार का विरोध कर रही हैं। विपक्ष ने सदन में वित्त विहीन शिक्षकों का मामला उठाया। विधान सभा में बाढ़ पर हो रही चर्चा के दौरान भी हंगामा हुआ।
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विपक्ष ने सिल्ट सफाई में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। नहरों में पानी पहुंचने के मुद्दे को भी विपक्ष ने उठाया। गन्ना मूल्य भुगतान का मुद्दा भी विधान सभा मे उठा। सुरेश राणा ने सदन में सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का 89.84 प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है।
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कांग्रेस ने विधान सभा से वाक आउट किया। यह सभी गन्ना किसानों के समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस विधान मंडल दल ने 400 रुपये प्रति क्विंटल करने का सवाल पूछा।