यूपी में दो और किसानों ने जान दी
बेमौसम बारिश के कारण फसल बर्बाद होने का सदमा उत्तर प्रदेश के किसान बर्दास्त नहीं कर पा रहे हैं। नुकसान से दम तोडऩे के मामले में उत्तर प्रदेश अब विदर्भ तथा दक्षिण भारत के किसानों को पीछे छोड़ रहा है। आज अलीगढ़ तथा जालौन में एक-एक किसान ने दम तोड़ा।
लखनऊ। बेमौसम बारिश के कारण फसल बर्बाद होने का सदमा उत्तर प्रदेश के किसान बर्दास्त नहीं कर पा रहे हैं। नुकसान से दम तोडऩे के मामले में उत्तर प्रदेश अब विदर्भ तथा दक्षिण भारत के किसानों को पीछे छोड़ रहा है। आज अलीगढ़ तथा जालौन में एक-एक किसान ने दम तोड़ा।
फसल बर्बादी ने किसानों को पूरी तरह से तोड़ कर दिया है। सिर पर लदे कर्ज की चिंता के साथ ही प्रशासनिक तंत्र की सुस्ती से क्षति भरपाई के प्रति नाउम्मीदी से उन्हें कोई राह नहीं सूझ रही, छोड़ मौत की। बुधवार को 11 तो गुरुवार को 13 किसानों ने सूबे में दम तोड़ दिया।
अलीगढ़ के अतरौली के मोहसामपुर गांव में आलू की फसल बर्बाद होने के कारण किसान ज्वली सिंह (45 वर्ष) फांसी के फंदे पर झूल गया। उसके ऊपर नौ लाख रुपये का कर्ज था। परिवार के लोग ज्वली सिंह के आत्महत्या करने से हैं।
उधर जालौन में उरई के अकोड़ी गांव में किसान अरविंद ने फांसी लगाकर जान दे दी। आज लोगों ने बाग में एक पेड़ पर अरविंद का शव लटके देखा। अरविंद फसल बर्बाद होने काफी परेशान था।