उन्नाव व बांदा में फसल बर्बादी से परेशान तीन किसानों ने मौत को गले लगाया
अचलगंज क्षेत्र के बंथर गांव में कर्ज में डूबे किसान इंद्रदेव सिंह ने घर में बने बंद पड़े कुएं में छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई।
लखनऊ (जेएनएन)। अचलगंज क्षेत्र के बंथर गांव में कर्ज में डूबे किसान इंद्रदेव सिंह ने घर में बने बंद पड़े कुएं में छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई। अन्ना जानवरों द्वारा फसल खराब किए जाने से परेशान दो किसानों की सोमवार को मौत हो गई।
घटना की जानकारी होते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया और घर के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। दमकल के जवानों ने कुआं से इंद्रदेव को निकालने की तमाम कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद लखनऊ से टीम बुलायी गई। करीब छह घंटे बाद भी जब उसे बाहर नहीं निकाला जा सका तो गांव के लोगों ने ही साहस जुटाया। कुछ साहसी लोग कुएं के भीतर घुसे और उसे बाहर निकालने में कामयाब हुए। कुएं से निकालने की प्रक्रिया में कुल सात घंटे लग गए। खुदकशी के पीछे ग्रामीणों में कर्ज में डूबे होने की चर्चा रही। घर के लोगों ने बताया कि मृतक मानङ्क्षसह के तीन पुत्रों में सबसे छोटा था। पारिवारिक बटवारे में दो बीघा जमीन उसके हिस्से में आई थी। गुजर बसर के लिए वह ड्राइवर की नौकरी भी करता था। घर के लोगों ने बताया बड़े बेटे को डाक्टर बनाने के लिए शिक्षा लोन व किसान क्रेडिट कार्ड बैक से लोन लिया था। दो दिन पहले बैंक वाले घर आए भी थे और उससे कर्ज की किस्त जमा करने को कह गए थे। माना जा रहा है इसी से उसने कुआं में छलांग लगा जान दे दी।
फसल की बर्बादी ने ली दो किसानों की जान
बांदा के गिरवां क्षेत्र के ग्राम मुरवा निवासी शिरोमन उर्फ केसर (48) सुबह खेत में खाद छिड़कने गए थे।
इसी दौरान उनके सीने में दर्द हुआ और वह बेहोश हो गए। ग्रामीणों ने देखा तो परिवार को जानकारी दी गई। बेहोश केसर को जब तक अस्पताल पहुंचाया जाता उनकी मौत हो गई। मृतक किसान के भाई लक्ष्मी नारायन ने बताया कि उसके हिस्से में कुल पांच बीघा जमीन है, जिसमें खेती कर वह परिवार का भरण पोषण करते थे। दैवी आपदा से जहां फसलों का पहले ही काफी नुकसान हो चुका है वहीं मेहनत से बोई गई बची फसल भी अन्ना जानवरों ने बर्बाद कर दिया। इसी प्रकार अन्ना जानवरों से परेशान हमीरपुर जिले के भरुआसुमेरपुर गांव निवासी रविंद्र प्रताप ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। मृतक किसान पर बैंकों का लगभग दो लाख रुपये का कर्ज भी था।