तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा बोले मैदान ने मैली कर दी गंगा
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि गंगा को पहाड़ों ने संभालकर रखा। उनकी हद में नदी की धारा निर्मल है। मगर, मैदान में लोगों ने मैला करना शुरू किया है।
By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 21 Mar 2017 08:37 PM (IST)Updated: Tue, 21 Mar 2017 09:43 PM (IST)
मथुरा (जेएनएन)। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि हिमालय से निकली गंगा को पहाड़ों ने संभालकर रखा है। उनकी हद और सुरक्षा में पवित्र नदी की धारा आज भी निर्मल है। मगर, मैदान में लोगों ने इसे मैला करना शुरू किया है। भारत सद्भाव में यकीन रखता है। इस मामले में पूरे विश्व को भारत से सीख लेनी होगी।
दलाई लामा ने रमणरेती स्थित तथागत पार्क में लगभग तीन फीट ऊंची पीतल की बुद्ध प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा में बु्द्ध अभय मुद्रा में हैं। इसके आसपास पांच हिरन बने हैं। इस अवसर पर दलाईलामा ने कहा कि आध्यात्मिक मायनों में भारत तिब्बत का गुरु है, वैसे तिब्बत भारत का सिर है। इस तरह दोनों को एक-दूसरे से अलग कर नहीं देखा जा सकता।
दलाईलामा ने कहा कि आज सवाल उठता है कि आहार कैसा हो? वास्तव में यह धर्म नहीं, वातावरण के अनुसार निर्भर करता है। तिब्बती गुरु ने पर्यावरण को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि यदि यह इसी तरह बिगड़ता रहा, तो इसका असर तिब्बत पर सबसे पहले होगा। दलाईलामा वर्ष 2013 में रमणरेती आए थे, तब उन्होंने यहां पीपल का पेड़ लगाया था। बाद में वहां चबूतरा बनाया। अब इस पर सद्भाव के लिए बुद्ध प्रतिमा लगाई गई है।
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