इस साल मध्य और पूर्वी उप्र पर सर्वाधिक मेहरबान रहा मानसून
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान मध्य उप्र में औसत की तुलना में 117 फीसद और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 112 फीसद बारिश हुई। पश्चिमी उप्र पर मानसून सबसे कम मेहरबान रहा।
लखनऊ (जेएनएन)। इस बार मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर मानसून खासा मेहरबान रहा। कृषि निदेशालय से एक जून से 24 जुलाई तक प्राप्त आंकड़े इसके सुबूत हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान मध्य उप्र में औसत की तुलना में 117 फीसद और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 112 फीसद बारिश हुई। पश्चिमी उप्र पर मानसून सबसे कम मेहरबान रहा। यहां बुंदेलखंड से भी कम बारिश हुई। दोनों क्षेत्रों में औसत की तुलना में क्रमश: 91.5 और 81 फीसद बारिश हुई।
सामान्य की तुलना में सिर्फ 40 फीसद बारिश के साथ गाजियाबाद और पीलीभीत सबसे कम बारिश वाले जिले रहे। अब तक सर्वाधिक 156.8 मिलीमीटर बारिश कासगंज में हुई। पूरे प्रदेश की बारिश का औसत रहा 88.7 फीसद। बुधवार को मौसम आधारित राज्य स्तरीय कृषि परामर्श समूह की बैठक में पूर्वानुमान जताया गया कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
इस दौरान कुछ क्षेत्रों में हल्की और मध्यम बारिश भी होगी। उप्र कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक राजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में मौसम और कृषि से संबंधित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान किसानों को फसलों की बोआई, सुरक्षा और पशुपालन के बारे में उपयोगी सुझाव भी दिए गए।