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सांसद आदर्श ग्राम में गांव का चयन न होने पर युवक ने दी जान

बिंदकी, (फतेहपुर) संवाद सहयोगी : विकास की ऐसी तड़पन की सांसद आदर्श ग्राम से गांव का नाम ह

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 11:25 PM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 11:25 PM (IST)
सांसद आदर्श ग्राम में गांव का चयन न होने पर युवक ने दी जान

लखनऊ। सांसद आदर्श ग्राम योजना से गांव का नाम हटने की सूचना पर युवक ने आत्महत्या कर ली। जबकि दूसरा युवक टंकी पर चढ़कर विकास न होने पर आत्महत्या की चेतावनी दी। विकास के लिखित अश्वासन पर उसे 24 घंटे बाद नीचे उतारा गया। वहीं विकास न होने से पूरा गांव आंदोलित है।

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फतेहपुर सांसद निरजंन ज्योति ने एक सप्ताह पहले अमौली ब्लाक के चांदपुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना में चयन किया था। मानक से अधिक आबादी पर गांव बदलने का फरमान सुनकर विकास की उम्मीदें लगाए पूरा गांव सदमे में आ गया। गांव वाले विरोध में धरना-प्रदर्शन की रणनीति बना ही रहे थे कि गुरुवार दोपहर एक युवक संतोष चौहान खुदकुशी का ऐलान कर टंकी में चढ़ गया। पूरी रात संतोष नहीं उतरा। शुक्रवार सुबह 38 वर्षीय अरविंद ने फांसी लगाकर जान दे दी है। अरविंद ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट में कहा है कि गांव को आदर्श गांव से बदलने व एक भाई के जान देने के प्रयास के कारण मैं जान दे रहा हूं। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आ गया।

टंकी पर चढ़े युवक को बचाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा, एसडीएम शिव प्रसाद पहुंचे और काफी प्रयास पर 24 घंटे बाद उसे उतारा जा सका। प्रशासन की पहल पर भाजपा जिलाध्यक्ष रणवेंद्र प्रताप सिंह व विधायक कृष्णा पासवान ने युवक को गांव का विकास सांसद निधि से कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद अरविंद सिंह के शव का अंतिम संस्कार किया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि युवक ने फांसी किसी अन्य कारणों से लगाई है। वहीं पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट संदिग्ध है। जांच की जा रही है।


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