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बाढ़पीड़ितों के बीच जाकर योगी बोले, आपदा ने कई वर्षों का रेकार्ड तोड़ा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थनगर में कहा कि आपदा ने पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ा है पर सरकार इससे जूझने के लिए प्रतिबद्ध है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 06:28 PM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 07:59 PM (IST)
बाढ़पीड़ितों के बीच जाकर योगी बोले, आपदा ने कई वर्षों का रेकार्ड तोड़ा

गोरखपुर(जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थनगर में कहा कि आपदा ने पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ा है पर सरकार इससे जूझने के लिए प्रतिबद्ध है। बाढ़ प्रभावित किसी भी परिवार को भूखे नही रहने देंगे। खाद्यान्न, पेयजल और अन्य आवश्यक सामग्री की कमी नही होने देंगे। अफसरों को हर पल राहत कार्य मुस्तैदी से करने की हिदायत है। विधायक और सांसद को भी प्रशासन से समन्वय बनाकर बचाव कार्य मे जुटने का आग्रह किया गया है। केंद्र सरकार की इस आपदा पर पैनी नज़र है। संसाधनों की कमी नही होने देंगे।

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नेपाल की नदियों ने कई जिले

उन्होंने कहा कि नेपाल की नदियों ने कई जिलों को तबाह कर रखा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने द्विराष्ट्रीय संवाद के प्रभावी प्रयास किए है। उम्मीद है कि आपदा से मुक्त होने के बाद इस दिशा में स्थायी समाधान का कोई मसौदा तैयार हो जाएगा। योगी ने ढेबरुआ विद्युत सब स्टेशन के पास बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया और प्रशासन को अगाह किया कि बाढ पीडि़तों को किसी भी  तरह से  दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यदि इसमें लापरवाही हुई तो कड़ी कार्यवाही होगी। इसके पश्चात मोटरबोट से बाढ़ से घिरे गांव में जाकर बाढ़ पीडि़तों से मिले। 

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राहत में लापरवाही पर कार्रवाई 

बलरामपुर में योगी  ने कहा कि दो बार हवाई सर्वे कर चुका हूं। नेपाल से छोड़े जाने वाले पानी से अचानक तबाही आती है। ये तबाही हर साल आती है। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर स्थाई कार्ययोजना तैयार कर प्रस्ताव भेजें, जिससे उसे अमली जामा पहनाया जा सके। बाढ़ राहत शिविर में उन्होंने कहा कि हर जिले को बाढ़ आपदा कोष में पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करा दी गई है। अधिकारी राहत कार्य में किसी प्रकार की कोताही व संवेदनहीनता न बरतें। शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।  जनप्रतिनिधि-प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ पीडि़तों की पूरी मदद करें। स्वयंसेवी संस्थाओं व व्यापारियों से भी बाढ़ पीडि़तों के मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीडि़तों के साथ उनकी पूरी संवेदना है। हम उनके सुख-दु:ख में साथ हैं। बाढ़ के पानी में कच्चे व पक्के मकान ध्वस्त हो गए हैं। पानी कम होते ही उनका सर्वे कराकर महीनेभर में रिपोर्ट शासन को भेजे। ताकि उन्हें समय से सहायता दी जा सके।

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योगी ने कहा कि बाढ़ को देखते हुए सभी विभागों के अफसरों की छुट्टियां निरस्त कर दी गईं हैं। जिला छोड़कर जाने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। जिन-जिन गांवों में बाढ़ का पानी खत्म हो रहा है। वहां स्वास्थ्य विभाग शिविरों का आयोजन कर दवाओं का छिड़काव करें। क्लोरीन व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। बाढ़ पीडि़त रामसमुझ व शांती देवी को खाद्य सामग्री पैकेट का वितरण किया। इसके बाद तुलसीपुर व उतरौला में भी मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में पीडि़तों को खाद्य सामग्री पैकेट का वितरण किया। 

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