सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे यूपी के दस जिलों के परिषदीय स्कूल
प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में दूषित पेयजल, गर्मी के कारण छात्रों के बीमार होने जैसी समस्याओं को लेकर चिंतित है।
कन्नौज [अजय कुमार द्विवेदी] । अब परिषदीय स्कूल भी सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे। इसके लिए झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, मीरजापुर, सोनभद्र और कन्नौज जिले के अलग-अलग स्कूलों का चयन किया गया है। बेसिक स्कूलों में छात्र उपस्थिति के साथ सुविधाओं में भी इजाफा होगा। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण ने इसके लिए विभागीय अफसरों को पत्र भेजा है।
प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में दूषित पेयजल, गर्मी के कारण छात्रों के बीमार होने जैसी समस्याओं को लेकर चिंतित है। स्कूलों में विद्युत व्यवस्था न होने से गर्मी में कक्षाओं में ज्यादा समस्या होती है। इसके लिए सोलर पॉवर प्लांट लगाने की योजना बनी है। पीओ डूडा एसके गुप्ता के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग से परिषदीय विद्यालयों की सूची प्राप्त होने के बाद तेजी से कार्य शुरू कराया जाएगा। इससे छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। पढ़ाई के स्तर में भी सुधार होगा।
मिलेगी ये सुविधा
-प्रत्येक स्कूल में प्रधानाध्यापक कक्ष व चार कक्षाओं में पंखे।
-सभी कक्षाओं में एलईडी बल्ब से रोशनी की जाएगी।
-एक वाटर पंप (डीसी सबमर्सिबल) स्थापित होगा।
-एक 250 लीटर का आरओ सिस्टम लगेगा।
-एक हजार लीटर क्षमता की पानी की टंकी।
इन स्कूलों का होगा चयन
-जिन स्कूलों में बिजली व्यवस्था नहीं होगी।
-प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में कम से कम 100 छात्र हों।
-विद्यालय में इंडिया मार्का हैंडपंप खराब हो।
-आबादी से नजदीक हो ताकि विद्यालय के आरओ सिस्टम का फायदा ग्रामीणों को मिल सके।
-चयनित परिषदीय विद्यालय में आवश्यक रूप से शौचालय हो।
-विद्यालय की छत पक्की होनी चाहिए।
-सोलर पावर प्लांट को पूरे दिन सूर्य की रोशनी मिल सके।
-प्लांट की देखरेख प्रधानाध्यापक व प्रधान कर सकें।