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टैंकरों से बुझेगी बुंदेलखंड की प्यास, हैंडपंप के भी मांगे गये प्रस्ताव

इस समय बुंदेलखंड में दूरदराज के क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध कराने को 640 टैंकर मौजूद है। जरूरत पडऩे पर इस संख्या में इजाफा किया जा सकता है।करीब 800 टैंकरों का बंदोबस्त किया जाएगा।

By Ashish MishraEdited By: Published: Wed, 19 Apr 2017 11:04 AM (IST)Updated: Wed, 19 Apr 2017 11:07 AM (IST)
टैंकरों से बुझेगी बुंदेलखंड की प्यास, हैंडपंप के भी मांगे गये प्रस्ताव

लखनऊ (जेएनएन)। गर्मी के मौसम पानी के संकट से निपटने के लिए सरकार ने कमर कसी। खासकर बुंदेलखंड क्षेत्र में प्यास बुझाने के लिए करीब 800 टैंकर लगाने की योजना है। ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड में पेयजल संकट गंभीर नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तैयारी कर ली है। इस समय बुंदेलखंड में दूरदराज के क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध कराने को 640 टैंकर मौजूद है। जरूरत पडऩे पर इस संख्या में इजाफा किया जा सकता है।

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करीब 800 टैंकरों का बंदोबस्त किया जाएगा। इसके अलावा पानी की टंकी, सोलर पंप व ट्यूबवैल की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पानी संकट से बचाव को तालाबों का रखरखाव भी बेहतर किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि अन्य क्षेत्रों में भी पेयजल संकट उत्पन्न नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए इंडिया मार्का हैंडपंपों की मरम्मत कराने और नए हैंडपंप स्थापित करने के लिए भी कार्ययोजना तैयार की गई। विधायकों से अपने क्षेत्रों में हैंडपंप स्थपित कराने के लिए प्रस्तावित स्थानों की सूची मांग ली गई है। इस पर जल्द ही कार्रवाई आरंभ करा दी जाएगी।


उधर, पंचायतीराज विभाग भी हैंडपंपों की मरम्मत कराने के लिए प्लान जारी कर दिया है। प्रमुख सचिव पंचायतीराज चंचल कुमार तिवारी ने बताया कि सभी जिला पंचायत अधिकारियों को खराब पड़े हैंडपंपों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराने के लिए कहा गया है।
 


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