आसाराम के गुर्गो ने पीड़िता के परिवार को दी लास्ट वार्निंग
लखनऊ। दुष्कर्म के मामले में महीनों से जोधपुर जेल में बंद कथावाचक आसाराम के गुर्गों ने शाहजह
लखनऊ। दुष्कर्म के मामले में महीनों से जोधपुर जेल में बंद कथावाचक आसाराम के गुर्गों ने शाहजहांपुर में डेरा डाल दिया है। यह गुर्गे आए दिन पीड़ित परिवार को केस वापस लेने की धमकी देते रहते हैं। इन गुर्गों ने पीडिता के पिता को गवाही देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इन लोगों ने उनसे कहा कि यह लास्ट वार्निंग है। इसके बाद हाल वैद्य राज अम्रत भाई प्रजापति की तरह होगा।
आज दिन में तीन-चार बजे आसाराम के गुर्गों ने पीड़ित परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इस धमकी के बाद परिवार ने शाहजहांपुर के डीएम को सूचित किया। जिस समय धमकी देने की घटना हुई, उस समय परिवार की सुरक्षा में तैनात पुलिस की टीम गायब थी। डीएम ने जब मामले में कड़ा रुख अपनाया तब के समय सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी थे नदारद। पीडिता के घर पुलिस पहुंची छानबीन शुरू दी है।
आसाराम दुष्कर्म प्रकरण में शाहजहांपुर के आधा दर्जन गवाह हैं। इनमें चार की गवाही दस से 17 जुलाई के बीच होनी है। आसाराम के लिए शहर के गवाह मुसीबत बन सकते हैं। इस कारण उनकी बचाव सेना ने गवाहों को बयान देने से रोकने को यहां डेरा जमा दिया है। गदियाना क्षेत्र के एक गवाह को जोधपुर जाने से रोकने के लिए आसाराम के गुर्गो ने पहले उसके घर जाकर धमकाया, न मानने पर ससुराल जाकर रिश्तेदारों को गंभीर परिणाम के लिए आगाह किया। इस घटना के बाद गवाह ने जोधपुर गए पीड़िता के पिता से संपर्क साधा। उन्होंने डीएम व डीएसपी से बात की तो पुलिस हरकत में आई।
गत दो दिनों के भीतर कई संदिग्ध व्यक्तियों ने पीड़िता के घर पर पहुंचकर उसके भाई से बातचीत की कोशिश की। परिचय मांगा तो खिसक लिए। इससे घर पर तैनात पुलिस कर्मी भी सकते में आ गए। पीड़िता के पिता की शिकायत पर डीएम शुभ्रा सक्सेना ने परिवार व गवाहों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। घर के आसपास खुफिया भी सक्रिय कर दी गई है।