अपना दल के गढ़ पूर्वांचल के बाद अब कानपुर पर भी नीतीश की नजर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश में अपना दल के गढ़ पर भी नजर गड़ाए इलाहाबाद में रैली के बाद कुर्मी बेल्ट को देखते हुए नीतीश की अगली सभा कानपुर में है।
लखनऊ (जेएनएन)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए बिहार के पड़ोसी इलाकों के साथ अपना दल के गढ़ पर भी नजर गड़ाए हैं। बनारस में रैली के बाद रविवार को इलाहाबाद में रैली को लेकर स्वयं शरद यादव एक दिन पहले डेरा डाल लेंगे। इसके बाद फतेहपुर से कानपुर तक की कुर्मी बेल्ट को देखते हुए नीतीश की अगली सभा कानपुर में प्रस्तावित है।
जनता दल (यू) उत्तर प्रदेश में अपनी बैठ बढ़ाने के लिए शराब विरोधी अभियान के साथ नीतीश कुमार के कुर्मी होने के चलते कुर्मी बेल्ट में जातिगत समीकरणों से भी जुडऩे की रणनीति पर काम कर रहा है। अपना दल का भी मूल आधार कुर्मी वोट बैंक है। ऐसे में जनता दल (यू) ने बिहार से सटे इलाकों में अपनी गतिविधियां तेज करने के साथ कुर्मी बहुल इलाकों पर भी फोकस किया है।
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इलाहाबाद के कार्यक्रम को लेकर पार्टी इतनी गंभीर है कि वरिष्ठ नेता शरद यादव व प्रवक्ता केसी त्यागी एक दिन पहले ही इलाहाबाद पहुंच जाएंगे। इलाहाबाद के बाद पार्टी कानपुर की ओर बढ़ेगी। फतेहपुर से कानपुर के बीच की कुर्मी बेल्ट खासी चर्चित है और घाटमपुर इसके बीच में पड़ता है। इसीलिए अगले माह कानपुर के घाटमपुर में नीतीश की सभा प्रस्तावित की गयी है। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ता ही नहीं, तमाम सामाजिक व स्वयंसेवी संगठन भी नीतीश का कार्यक्रम मांग रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता दल (यू) की सक्रियता से भाजपा भी डर गयी है।
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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह हमें वोट काटने वाला करार दे रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि हमारा तीर निशाने पर लगा है। हम भाजपा का 265 या उससे अधिक सीटें जीतने का सपना कभी पूरा नहीं होने देंगे। 2017 में उत्तर प्रदेश में जनता दल (यू) का सकारात्मक प्रदर्शन 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की दिशा तय करेगा। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद के बाद अगस्त में कानपुर के घाटमपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन व रैली की तैयारी है। जल्द ही इसकी तिथि घोषित हो जाएगी।