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सहारनपुर: हिंसा काबू न कर पाने पर कलेक्टर-SSP निलंबित, कमिश्नर भी हटाए गए

सहारनपुर में हो रही जातीय हिंसा मामले की गाज वहां के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत चार अफसरों पर गिरी है। कमिश्नर को भी हटा दिया गया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 05:39 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 08:18 AM (IST)
सहारनपुर: हिंसा काबू न कर पाने पर कलेक्टर-SSP निलंबित, कमिश्नर भी हटाए गए

लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश सरकार ने सहारनपुर के डीएम एनपी सिंह व एसएसपी सुभाष दुबे को निलंबित कर दिया है। प्रमोद कुमार पांडेय को डीएम और बबलू कुमार को नया एसएसपी नियुक्त किया है। गत दिनों तबादला हो जाने के बाद भी डीआइजी रेंज का जिम्मा संभाल रहे जेके शाही को कार्यमुक्त कर दिया है। केएस इमैनुअल को गुरुवार तक डीआइजी पद का कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिये गए हैं। इसके अलावा सहारनपुर मंडल के कमिश्नर एनपी अग्रवाल को हटा दिया गया है। अभी कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई की संभावना भी है। इस बीच सहारनपुर की ताजा हिंसा में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।  पुलिस ने 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। गृह सचिव व एडीजी एलओ ने 48 घंटे में अमन बहाली का दावा किया है। मायावती के बाद अब शब्बीरपुर में नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है। 

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लंबे समय से जातीय हिंसा की आग में जल रहे सहारनपुर के कुछ क्षेत्रों में मंगलवार को नए सिरे से हिंसा भड़क उठी थी। कुछ लोगों को गोली मारी गई। कुछ पर तलवारों से हमला किया गया। आगजनी, उपद्रव को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्र, एडीजी कानून व्यवस्था आदित्य मिश्र के नेतृत्व में अधिकारियों का दल विशेष विमान से सहारनपुर भेजा था। जिसे ङ्क्षहसा नियंत्रित करने के साथ हालात बिगडऩे के कारणों की पड़ताल और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने को भी कहा गया था। बुधवार को गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्र ने शासन को प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी। जिसके पहले मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव नियुक्ति कामरान रिजवी व डीजीपी सुलखान सिंह बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मामले की जानकारी दी गई। जिसके बाद वहां तैनात डीएम एनपी सिंह व एसएसपी सुभाष दुबे को निलंबित कर दिया गया।

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अपर निर्वाचन आयुक्त पद से आज ही कार्यमुक्त  प्रमोद कुमार पांडेय को सहारनपुर का डीएम नियुक्त किया गया। उन्हें विशेष विमान से सहारनपुर भेजा गया है। ध्यान रहे, सरकार ने गत दिनों इस शर्त के साथ प्रमोद पांडेय को आगरा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था कि निर्वाचन आयोग से मुक्त होने के बाद वह कार्यभार ग्रहण करेंगे। इसी तबादले के आधार पर चुनाव आयोग ने उन्हें आज कार्यमुक्त किया। इसके अतिरिक्त मुजफ्फरनगर के एसएसपी और सहारनपुर में कैंप कर रहे बबलू कुमार को वहीं एसएसपी नियुक्त करते हुए फौरन चार्ज लेने का निर्देश दिया गया।  सीओ, एसडीएम और डीआइजी पर भी कार्रवाई की संभावना है। इस बीच प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि पूर्व में सहारनपुर के डीआइजी पद से स्थानांतरित होने के बाद भी इस पद का कार्यभार देख रहे जेके शाही को फायर सर्विस लखनऊ के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। जबकि, पूर्व में ही सहारनपुर रेंज के डीआइजी नियुक्त केएस इमैनुअल को गुरुवार तक कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है। देर रात सरकार के प्रवक्ता अवनीश अवस्थी ने बताया कि मंडलायुक्त सहारनपुर मंडल एनपी अग्रवाल को भी हटा दिया है। 

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उल्लेखनीय है कि सहारनपुर के शब्बीरपुर में कल मायावती के कार्यक्रम के बाद बडग़ांव क्षेत्र दोबारा जातीय हिंसा की जबर्दस्त चपेट में आ गया था। कई गांव हिंसा की लपटों में घिरकर धधक उठे थे। हालात अब भी काबू में नहीं हैं। हिंसा के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित है। जातीय रैलियों, आंदोलन, धरना-प्रदर्शन पर रोक है।  हिंसा भड़कने पर सरकार ने मेरठ जोन के एडीजी, मुजफ्फरनगर के एसएसपी को सहारनपुर कैंप करा दिया है। पीएसी और आरएएफ की टुकडिय़ां डेरा डाले हैं। 

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सड़कों पर रहे वेस्ट यूपी के अधिकारी

कई दिनों से सुलह रहे सहारनपुर में आज फिर हिंसा भड़कने से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी को तलब कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद प्रदेश के सभी डीएम, एसएसपी को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि जातीय रैलियों, धरना प्रदर्शन और आंदोलन की किसी भी कीमत पर इजाजत नहीं दी जाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में तैनात अधिकारियों को सड़कों पर गश्त करने की हिदायत दी गई और अतिरिक्त सुरक्षा बरतने का निर्देश है।

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सहारनपुर की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर की घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने धैर्य व संयम बनाए रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी लोगों से शांति बहाली में सहयोग करने की अपील की है। शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि सहारनपुर में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के जाने से वहां शांति बहाली में सहयोग मिलेगा लेकिन, ऐसा न होना दुखद है। वहां शांति का वातावरण बन चुका था लेकिन, उनके पहुंचने पर अशांति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, जिसमें निर्दोष युवक मारा गया।


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