मेरठ में सपाइयों की गुंडई, पुलिस पर हमलाकर आरोपी छुड़ाया
सत्ता के नशे में चूर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस के इकबाल को लगातार चुनौती दे रहे हैं। मेरठ में कल सपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस टीम पर हमला बोलने के बाद एक आरोपी को छुड़ा लिया। इन लोगों ने पुलिस चौकी पर हमला बोला था।
लखनऊ। सत्ता के नशे में चूर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस के इकबाल को लगातार चुनौती दे रहे हैं। मेरठ में कल सपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस टीम पर हमला बोलने के बाद एक आरोपी को छुड़ा लिया। इन लोगों ने पुलिस चौकी पर हमला बोला था।
मेरठ के कंकरखेड़ा थाने के गोविंदपुरी के शिक्षक संजीव कुमार ने बताया कि वह कल अपनी पत्नी की एलएलएम की डिग्री लेने विश्वविद्यालय गए थे। वहां परिसर के बैंक में शुल्क जमा करने के दौरान उनकी एमए के छात्र अरुण कुमार से कहासुनी हो गई। इसके बाद उसके साथियों ने शिक्षक को डंडे से जमकर पीटा। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी तो मेडिकल थाने के दो सिपाही वहां पहुंच गए। सिपाहियों ने जब छात्रों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उनसे अभद्रता की और घेर लिया। दोनों सिपाही छात्र अरुण को किसी तरह तेजगढ़ी पुलिस चौकी ले आए। इसकी सूचना मिलने पर समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान के साले व छात्रसंघ अध्यक्ष राजदीप विकल करीब 25 छात्रों के साथ चौकी पर पहुंचे और मारपीट के आरोपी छात्र को लेकर जाने लगे तो पुलिस वालों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर उन्होंने पुलिसकर्मियों को मारा और पूरी चौकी को निलंबित कराने की धमकी देकर चल दिए। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा होने के कारण पुलिसकर्मी बैकफुट पर आ गए। पीडि़त शिक्षक संजय ने छात्र अरुण के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस का कहना है कि शिक्षक और छात्र की मारपीट के बाद छात्र को उठाकर पुलिस चौकी में ले आई थी। तभी बड़ी संख्या में पहुंचे छात्र अपने साथी को छुड़ाकर ले गए। दरअसल, वहां पर पुलिस कम थी। सिपाहियों को आरोपी को थाने में ले जाना चाहिए था।