धर्मनिरपेक्षता के लैपटाप के साथ समाजवादी राजनीति का पाठ
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यूपी बोर्ड के मेधावियों को धर्मनिरपेक्षता का लैपटाप देने के
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यूपी बोर्ड के मेधावियों को धर्मनिरपेक्षता का लैपटाप देने के साथ समाजवादी राजनीति का पाठ भी पढ़ाया और उनसे राजनीति में आने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी मुझे लंबी पारी खेलनी है हो सकता है भविष्य में आपमें से कोई मेरी टीम का सदस्य हो जाए। राजनीति में मेधावियों का स्वागत है। अखिलेश ने बताया कि जब उन्होंने बारहवीं पास की थी तो एक पत्रकार के पूछने पर कहा था कि वह आइएएस अफसर बनना चाहते हैं। आइएएस नहीं बन पाए लेकिन मुख्यमंत्री बनकर आइएएस अफसरों के साथ काम करने का भरपूर मौका मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां एक समारोह में यूपी बोर्ड परीक्षा के मेधावियों को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुछ चालू लोगों ने लैपटॉप को बदनाम कर दिया है। लैपटॉप और मोबाइल के जमाने में वह लाउडस्पीकर पर अटके हैं। इन लोगों ने बदायूं कांड में बेटियों को बदनाम किया और अब फैजाबाद घटना को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। उन्होंने मेधावियों से कहा कि आपको दिया गया लैपटॉप सेक्युलर और सोशलिस्ट (समाजवादी) भी है।
आज उन्होंने कुल 1321 मेधावियों को लैपटॉप और मेडल देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'चालू' लोगों का अखबार कह रहा है कि देश में कैंसर और भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। अखिलेश बोले, कैंसर की तरह भ्रष्टाचार भी लाइलाज है लेकिन टेक्नोलाजी से इस पर काबू पाया जा सकता है। इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने कहा कि विभाग जल्दी ही 40 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करेगा।