बिहार में गठबंधन में रार, सपा को मंजूर नहीं सिर्फ पांच सीट
उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं है। सपा राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव और किरणमय नंदा पटना में जनता परिवार की स्वाभिमान रैली में भले शामिल हुए लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर कशमकश बना हुआ है। इस बारे में कल सपा संसदीय बोर्ड की बैठक में निर्णय होगा।
समाजवादी पार्टी को यह मंजूर नहीं है कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से उसको सिर्फ पांच सीट मिले। माना जा रहा है कि अब समाजवादी पार्टी अधिक सीटों के लिए दबाव बना रही है। पटना की रैली के बाद शिवपाल सिंह यादव के साथ ही महासचिव और राज्यसभा सदस्य किरणमय नंदा भी लखनऊ पहुंचे हैं। कल शाम यहां कुछ चुनिंदा लोगों से बातचीत में उन्होंने कहा कि लखनऊ में कल होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक में सपा अपनी रणनीति को अंतिम रूप देगी। नंदा का कहना है कि गठबंधन में सपा शामिल रहेगी या नहीं, इसका फैसला संसदीय बोर्ड की बैठक में ही होगा। सपा के चुनाव लडऩे का फैसला इसी बैठक में किया जाएगा। सपा के इस फैसले से जनता परिवार की एका में अभी भी संशय बना हुआ है।
शिवपाल सिंह यादव ने जनता परिवार के एका की पहल की थी लेकिन सीटों के मुद्दे पर संतुष्ट न होने से अड़चन समाप्त नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि इन्हीं स्थितियों के चलते पटना की स्वाभिमान रैली में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव शामिल नहीं हुए। मुलायम ने पहले से ही साफ कर दिया था कि वह पटना की रैली में नहीं जाएंगे। यद्यपि पटना में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ सामूहिक हुंकार में समाजवादी पार्टी की एक स्वर भी शामिल रहा।