मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, हमारा प्रत्याशी हार रहा है उसे जिता देना
मुख्यमंत्री ने पूछा कि प्रत्याशी रामतेज यादव की क्या स्थिति है? जिया हिचकिचाया तो खुद मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में 'वह हार रहा है मगर मिलकर उसे जिता देना।
लखनऊ (जेएनएन)। ...सिर्फ विकास नहीं, जनता की नब्ज पर भी नजर है, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को एक समर्थक से बातचीत में इसका एहसास कराते हुए कहा कि कैसरगंज का प्रत्याशी हार रहा, मगर उसे जिता देना। हुआ यूं कि शादी अनुदान योजना के लाभार्थियों के सम्मान के बाद अखिलेश यादव लौटने लगे तो आचार्य/मदरसा अनुदेशक एसोसिएशन के अशरफ जिया ने आवाज देकर उनको रोका। मुख्यमंत्री रुके, सीधे सवाल किया कि क्या बात है? जवाब में जिया ने बेलाग अंदाज में कहा कि स्कूल न जाने वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत कुछ केन्द्र खोले गए थे।
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने घोषित की युवजन सभा कार्य समिति
11500 शिक्षकों की नियुक्ति हुई। वर्ष 2012 से ये केन्द्र बंद हैं। बेरोजगार शिक्षक 80 दिनों से लक्ष्मण मेला पार्क में धरना दे रहे हैं। आपने मदद का दो बार आश्वासन दिया, मगर कार्रवाई नहीं हुई। मदद नहीं करनी है तो सीधे न कहिए। इस बेबाक बात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मदद के लिए पहले ही कह चुके हैं। मुख्य सलाहकार आलोक रंजन को बुलाया कहा, इनकी मदद क्यों नहीं हुई। इस अंतराल में मुख्यमंत्री ने पूछा किस क्षेत्र में रहते हो। जिया ने कहा कि वह 288-कैसरगंज विधानसभा क्षेत्र में रहता है।
भारत रत्न बिस्मिल्लाह खां की पांच बेशकीमती शहनाई चोरी
सपा के लिए संघर्ष किया। आप कैसरगंज गए तब भी वह वहीं मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने पूछा कि प्रत्याशी रामतेज यादव की क्या स्थिति है? जिया हिचकिचाया तो खुद मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में 'वह हार रहा है मगर मिलकर उसे जिता देना। अपने प्रत्याशी की जमीनी स्थिति पर टिप्पणी कर मुख्यमंत्री यह संदेश भी दिया कि वह विकास कार्य में ही नहीं लगे हैं। गांव-गलियारे समीकरणों से भी वाकिफ हैं। जनता की नब्ज पर उनकी नजर है। मुख्यमंत्री के लौटने के बाद वहां मौजूद सपाइयों में इसको लेकर लंबी चर्चा होती रही।