दुष्कर्म पीडि़त महिला सिपाही की हालत गंभीर , साथी सिपाही निलंबित
दुष्कर्म पीडि़त महिला सिपाही की हालत बिगड़ गई है। कल शाम उसे इलाज के लिए इटावा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी दोनों सिपाहियों को आइजी जोन ने निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ इटावा में मुकदमा दर्ज कराकर जांच झांसी में
लखनऊ। झांसी के मऊरानीपुर में अपने साथी सिपाहियों द्वारा हवस का शिकार हुई महिला सिपाही की हालत बिगड़ गई है। कल शाम उसे इलाज के लिए इटावा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी दोनों सिपाहियों को आइजी जोन कानपुर आशुतोष पाण्डेय ने निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ इटावा में मुकदमा दर्ज कराकर जांच झांसी में सौंपी गयी है। तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है। सोमवार को पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल कराया जिसमें चोटों की पुष्टि हुई है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.अशोक कुमार ने बताया कि महिला का बीपी लो हो गया था जिससे वह घबराहट और बेचैनी महसूस कर रही थी।
ऐसे हुई घटना
मैनपुरी निवासी पीडि़त महिला सिपाही इटावा पुलिस लाइन में तैनात है और मऊरानीपुर झांसी के जल बिहार मेले में 15 दिन के लिए ड्यूटी पर गई थी। वह 28 सितंबर को मेले से वापस लौट रही थी। झांसी छोडऩे की बात पर वह अपनी सहयोगी मिथलेश के साथ एक सफेद रंग की प्राइवेट गाड़ी में औरैया कोतवाली में तैनात सिपाही राजा व झांसी के नवाबाद थाने में तैनात सिपाही अजय यादव के कहने पर बैठ गयी। उक्त दोनों सिपाहियों और गाड़ी चला रहे एक अन्य व्यक्ति ने महिला सिपाही के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और अगले दिन छोड़ दिया। झांसी में मऊरानीपुर थाने में कोई सुनवाई न होने पर पीडि़ता ने आइजी जोन आशुतोष पांडेय से तीन अक्टूबर को मुलाकात की। आइजी ने एसएसपी इटावा को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। पीडि़ता चार अक्टूबर की शाम को एसएसपी मंजिल सैनी के समक्ष पहुंची और रविवार की देर रात मुकदमा दर्ज किया गया।
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि महिला सिपाही का मेडिकल कराकर सारे कागज आइजी जोन कानपुर को भेजे जा रहे हैं। मामला झांसी स्थानांतरित कर दिया गया है।