महिला को बंधक बनाकर दुष्कर्म के बाद धर्मांतरण की कोशिश
सुलतानपुर के एक युवक ने पहले महिला को नौकरी का झांसा देकर बंधक बनाया। फिर दो महीने तक शारीरिक शोषण के बाद जबरन धर्मांतरण कराने लगा। किसी तरह मौके से भागी महिला ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
लखनऊ। सुलतानपुर के एक युवक ने पहले महिला को नौकरी का झांसा देकर बंधक बनाया। फिर दो महीने तक शारीरिक शोषण के बाद जबरन धर्मांतरण कराने लगा। किसी तरह मौके से भागी महिला ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दरअसल सुल्तानपुर की एक महिला को अब्दुल वहीद नामक युवक ने दो माह पहले निजी कंपनी में नौकरी का झांसा देकर जबरन अपने घर में रख लिया और फिर उसे धर्मांतरण के लिए विवश करने लगा। जब युवती ने इन्कार किया तो उसे घर में बंधक बना मारना-पीटना शुरू कर दिया। रविवार शाम वहीद ने काजी व मौलवी को बुलाया और महिला का धर्मांतरण कराने लगा। किसी तरह वह जान बचाकर भाग निकली और पुलिस को नामजद तहरीर दी। पुलिस ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
कुशीनगर में आबरू की कीमत 45 हजार
कुशीनगर के पटहेरवा क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म की शिकार युवती की आबरू की कीमत प्रधान ने 45 हजार रुपए लगाकर मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया। मंगलवार को पीडि़ता के पिता ने पुलिस कप्तान से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है। पीडि़ता के पिता ने आरोप लगाया है कि गांव का ही एक युवक ने उसकी बारह वर्षीय पुत्री को शुक्रवार बंधक बना लिया और तीन दिनों तक उससे दुष्कर्म किया। किसी तरह हैवानों के चंगुल से छूटकर किशोरी सोमवार शाम घर पहुंची और पिता को आपबीती सुनाई। तो पीडि़ता के पिता ने इसकी शिकायत ग्राम प्रधान से की। प्रधान ने मामले को आपस में मिल बैठ कर हल करने की बात कहते हुए आरोपी पक्ष को बुलाया और पीडि़ता से युवक की शादी कराने व 45 हजार रुपये देने की बात कही। इस बात से नाराज पिता ने मंगलवार को थाने पहुंचकर मदद की गुहार लगाई तो एसओ ने उसे भगा दिया। पुलिस कप्तान ललित कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।