कुकर्म के विरोध पर हुआ मेरठ के संप्रेक्षण गृह में बवाल
मेरठ के सूरजकुंड स्थित राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में गुरुवार को हुए बवाल के पीछे वर्चस्व की जंग और क्रिकेट का विवाद नहीं, बल्कि कुकर्म का विरोध था। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किशोर ने इसका खुलासा किया। किशोर ने बताया कि उसके साथ गुरुवार रात को कुकर्म का
लखनऊ। मेरठ के सूरजकुंड स्थित राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में गुरुवार को हुए बवाल के पीछे वर्चस्व की जंग और क्रिकेट का विवाद नहीं, बल्कि कुकर्म का विरोध था। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किशोर ने इसका खुलासा किया। किशोर ने बताया कि उसके साथ गुरुवार रात को कुकर्म का प्रयास किया गया। विरोध करने पर गुप्तांग में मिर्च व लकड़ी डालने की कोशिश की गई। इसके विरोध पर मारपीट हुई। संप्रेक्षण गृह के अधिकारी-कर्मचारी पूरे प्रकरण की पर्देदारी कर रहे हैं।
राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में कल किशोरों में भिड़ंत को अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी वर्चस्व की जंग और क्रिकेट का विवाद बताते रहे, लेकिन मामला कुकर्म के विरोध का निकला। जिला अस्पताल में भर्ती एक घायल किशोर ने बताया कि उसे तीन दिन पूर्व संप्रेक्षण गृह लाया गया था। गुरुवार रात को गाजियाबाद और नोएडा के किशोरों ने उसके साथ कुकर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर मारपीट की और गुप्तांग में मिर्च व लकड़ी डालने का भी प्रयास किया। बागपत और मेरठ के कुछ किशोरों ने उसे बचाया था। इसी दौरान आरोपी किशोरों ने भुगत लेने की धमकी दी थी। फिर किशोरों ने संप्रेक्षण गृह की छत पर हमला कर दिया और डंडों से पीटा। हालांकि पूरे मामले में संप्रेक्षण गृह के अधिकारी और प्रशासन पर्दा डालकर बैठ गया।
वापस संप्रेक्षण गृह नहीं जाना
जिला अस्पताल में भर्ती किशोर के परिजन शुक्रवार सुबह साथ बैठे थे। इस दौरान रोते हुए किशोर ने कहा, मुझे वापस संप्रेक्षण गृह नहीं जाना। जिन किशोरों ने हमला किया था, उन्होंने दोबारा भुगत लेने की धमकी दी थी। इंस्पेक्टर नौचंदी हरशरण शर्मा ने बताया कि किशोर के परिजनों ने थाने में तहरीर देकर किशोर की जान को खतरा जताया है।
कर्मियों को नोटिस जारी
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने इस मामले में संप्रेक्षण गृह के सभी अधिकारियों-कर्मियों को नोटिस जारी किया है। शनिवार को सभी के बयान दर्ज कराए जाएंगे और घटना के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इसके बाद प्रोबेशन अधिकारी डीएम को रिपोर्ट भेजेंगे।
पहले भी हो चुका कुकर्म
संप्रेक्षण गृह में कुकर्म या इसके प्रयास का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी किशोर से कुकर्म की घटना हो चुकी है। इसके बावजूद कर्मचारियों ने कोई सतर्कता नहीं बरती है। जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह का कहना है कि कुकर्म के प्रयास का मामला जानकारी में आया है। सिटी मजिस्ट्रेट केशव कुमार किशोरों के बयान लेने पहुंचे थे, किशोर ने उनके सामने पूरी बात नहीं बताई। आज किशोर का अल्ट्रासाउंड कराया गया है। कल दोबारा बातचीत करेंगे और किशोर ने कुकर्म के प्रयास का बयान दिया तो कार्रवाई की जाएगी।