हर्रई धाम के बाबा की संपत्ति और नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
बाराबंकी के बहुचर्चित रामशंकर तिवारी उर्फ परमानंद बाबा को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर ले लिया है। बाबा से पूछताछ के दौरान पुलिस उसकी संपत्ति व उसके नेटवर्क को खंगाल रही है।
लखनऊ। बाराबंकी के बहुचर्चित रामशंकर तिवारी उर्फ परमानंद बाबा को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर ले लिया है। बाबा से पूछताछ के दौरान पुलिस उसकी संपत्ति व उसके नेटवर्क को खंगाल रही है। बैंकों में जमाधन से लेकर महिलाओं को आश्रम तक लाने तक की पूरी जानकारी पुलिस बाबा से उगलवाने की कोशिश कर रही है। पांच घंटे पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच व देवा पुलिस बाबा को लेकर हर्रई आश्रम पहुंची। जहां घंटों जांच पड़ताल की, हालांकि यहां से पुलिस को फिर खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
संतानोत्पत्ति के नाम पर महिलाओं का यौन शोषण करने वाले हर्रई बाबा से पुलिस ने उसके राज उगलवाने के लिए सुबह 11 बजे जेल पहुंचकर रिमांड पर लिया। पुलिस ने सबसे पहले मुकदमें में दर्ज अन्य नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उससे सुराग हासिल करने की कोशिश की। बाबा के नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसके शिष्य कौन-कौन हैं और कहां तक उसके नेटवर्क की जड़ें फैली हैं। महिलाओं को बाबा के आश्रम तक लाने के लिए क्या विद्या अपनाई गई थी और किस प्रकार उन्हें यहां लाया जाता था यह भी कबुलवाने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस उसकी संपत्ति का विवरण भी एकत्र कर रही है। उसकी संपत्ति कहां-कहां है और उसके बैंक खाता कहां और कितने हैं यह भी पता करने का प्रयास कर रही है। उसकी बेनाम संपत्तियों पर भी पुलिस की नजर है।
शनिवार को पुलिस रिमांड पर लेने के बाद बाबा को सीधे क्राइम ब्रांच कार्यालय ले गई। जहां पाखंडी बाबा से क्राइम ब्रांच व देवा निरीक्षक ने करीब चार बजे शाम तक पूछताछ की। कुछ सुराग हाथ लगने पर पुलिस उसे लेकर शाम 4:40 बजे हर्रई आश्रम पहुंची जहां उससे करीब 1:05 घंटे बात पूछताछ हुई।
चेलों के बारे में पूछताछ
पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद ने बताया कि बाबा के नेवटर्क, संपत्ति, खातों के विवरण जानने के साथ-साथ उसके चेलों के बारे में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूछताछ जारी है अगर जरूरत पड़ी तो उसे चित्रकूट ले भी ले जाया जा सकता है। बाबा को पुलिस उसके आश्रम लेकर पहुंची तो वह केवल कुर्ता व धोती पहने हुआ था। जिसे देखने के लिए दर्जनों ग्रामीण एकत्र हो गए। जिन्हें देख उसने पुलिस से कहा कि और बेइज्जती न करिए। अपने ही आश्रम में गुमसुम व गुपचुप बैठा बाबा पुलिस से बार-बार अपने रक्तचाप बढऩे का बहाना भी बना रहा था।
अपनों ने साथ छोड़ा
हर्रई के बाबा परमानंद के जहां दरबार लगता था। वहीं जेल पहुंचते ही बाबा का साथ अपनों ने भी छोड़ दिया।
जिला कारागार में ढोंगी बाबा तीन दिन तक रहा मगर उससे मिलने कोई भी उसका रिश्तेदार या भक्त मिलने नहीं आया। जेल सूत्रों के अनुसार हर्रई बाब जेल में 25 मई की शाम को पहुंचा। 26 व 27 मई को कारागार में बंद था। इस दौरान उससे कोई मिलने नहीं आया। न ही उसका कोई रिश्तेदार पहुंचा और न ही कोई बाबा का भक्त पहुंचा। इस दौरान बाबा के अधिवक्ता ही मिलने पहुंचे।
चित्रकूट में शिष्य
बाराबंकी के हर्रई बाबा के कई करीबी शिष्य चित्रकूट में रहते हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह चित्रकूट में जाकर छिपा था। पुलिस को उम्मीद है कि उसने कई महत्वपूर्ण साक्ष्य चित्रकूट स्थित अपने अड्डे में छिपा रखा है। जिसकी बरामदगी के लिए पुलिस वहां रवाना हो सकती है। प्रभारी निरीक्षक जावेद खान ने बताया कि बाबा के कई शिष्य चित्रकूट में रहते हैं अगर आवश्यकता पड़ी तो वहां भी जाया जाएगा।