यूपी में पेट्रोल और डीजल पर लग सकता है पांच फीसद कर
भाजपा सरकार खाली खजाना देख पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाने की कवायद कर रही है, पेट्रोल व डीजल पर पांच फीसद अतिरिक्त कर लगाया जा सकता है।
लखनऊ (अजय जायसवाल)। किसानों के कर्ज माफ करने सहित अन्य वादों के बोझ तले दबी भाजपा सरकार खाली खजाना देख पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाने की कवायद कर रही है। पेट्रोल व डीजल पर पांच फीसद अतिरिक्त कर लगाया जा सकता है। ऐसे में महंगाई की मार झेल रहे प्रदेशवासियों को प्रति लीटर पेट्रोल के लिए जहां 2.69 रुपये वहीं डीजल के लिए 1.60 रुपये और खर्च करने पड़ेंगे।
विधानसभा चुनाव में प्रदेशवासियों की नाराजगी से बचने के लिए तत्कालीन सपा सरकार न केवल टैक्स बढ़ाने से बचती रही बल्कि कई वस्तुओं पर तो टैक्स घटाने में भी देर नहीं की। इससे सरकार का राजस्व जहां घटता रहा वहीं चुनाव में वोट बटोरने के लिए सपा सरकार विकास कार्यों के नाम पर तेजी से खजाना खाली करती रही। नतीजा यह रहा कि वर्तमान सरकार के सामने गंभीर वित्तीय संकट है।
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कर्मचारियों व शिक्षकों के वेतन-पेंशन पुनरीक्षण से तो सरकार पर वित्तीय भार बढ़ा ही है, किसानों के कर्ज माफी सहित अन्य चुनावी वादों को पूरा करने के लिए सरकार को भारी-भरकम अतिरिक्त धनराशि की दरकार है। ऐसे में वित्तीय सेहत सुधारने के लिए नई सरकार कमाई के रास्ते तलाशने में जुट गई है।