जायरीनों को हज हाउस आने की जरूरत नहीं, डाक से भेजें जाएंगे हज आवेदकों के पासपोर्ट
सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान रखते हुए हज समिति ने लोगों से अपील की वह हज हाउस पहुंच कर भीड़ न लगाए।
लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक बीमारी कोरोनावायरस के कारण मुकद्दस हज निरस्त होने के बाद हज के लिए आवेदन करने वाले जायरीनों के पासपोर्ट मंगलवार से वापस होना शुरू हो जाएंगे। सेंट्रल हज कमेटी में जमा जायरीनों के पासपोर्ट राज्य हज समिति को वापस भेज दिए गए हैं, जिसे डाक से भेजा जाएगा। इसके लिए किसी को हज हाउस आने की जरूरत नहीं है।
हज कमेटी के कर्मचारी मोहम्मद अब्बास ने बताया कि जायरीन के पासपोर्ट डाक के माध्यम से सबको भेज दिए जाएंगे। इसकी व्यवस्था कर ली गई है। पासपोर्ट लेने के लिए किसी को सरोजनीनगर स्थित हज हाउस आने की जरूरत नहीं है। हज समिति पंजीकृत डाक से पासपोर्ट जायरीनों को भेजेगी। कोरोना संक्रमण के चलते सऊदी अरब सरकार ने इस साल मुकद्दस हज निरस्त कर दिया है। 31 जुलाई को हज होना था। यूपी से करीब 28 हजार जायरीनों ने हज पर जाने के लिए आवेदन किया था। इसमें एक हजार से अधिक लखनऊवासी शामिल थे। हज निरस्त होने के बाद सेंट्रल हज कमेटी ने जायरीनों के पासपोर्ट वापस करना शुरू कर दिए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान रखते हुए हज समिति ने लोगों से अपील की वह हज हाउस में न आएं। उनको पंजीकृत डाक से पासपोर्ट भेज दिया जाएगा।
हज की रकम वापस होना शुरू
मुकद्दस हज के लिए जायरीनों ने हज की दो किस्तें जो करीब दो लाख रुपए थी। हज कमेटी में जमा कर दी थी। हज समिति का कहना है कि जायरीनों को हज का पैसा वापस होना शुरू हो गया है। जिन जायरीनों ने अपने एकाउंट नम्बर नहीं दिए हैं। वह समिति के कार्यालय में अपना बैंक एकाउंट नम्बर नोट करा सकते हैं। सभी जायरीनों को पैसा वापस कर दिया जाएगा।