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आतंकियों पर लगाम और भारत के साक्ष्यों पर कार्रवाई करे पाक

देवबंदी उलमा ने कहा है कि मधुर संबंध के लिए पाक और भारत में बातचीत जारी रखना जरूरी है। विश्वास बहाली के लिए भारत द्वारा पेश सबूतों के आधार पर पाकिस्तान सरकार को आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2016 09:20 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2016 09:24 PM (IST)

लखनऊ। देवबंदी उलमा ने कहा है कि मधुर संबंध के लिए पाक और भारत में बातचीत जारी रखना जरूरी है। विश्वास बहाली के लिए भारत द्वारा पेश सबूतों के आधार पर पाकिस्तान सरकार को आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।

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दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना मुफ्ती आरिफ कासमी ने कहा कि दोनों मुल्कों ने जब भी बातचीत के जरिये अपने इखतलाफ कम या खत्म करने की कोशिशें की तो अमन के दुश्मनों को यह रास नहीं आया। हाल में नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान दौरे के बाद पंजाब के पठानकोट एयरबेस में हुआ आतंकी हमला इसकी बानगी है। बावजूद इसके दोनों देशों के बीच बातचीत का दरवाजा बंद नहीं होना चाहिए। लेकिन पाकिस्तान की जिम्मेदारी बनती है कि ङ्क्षहदुस्तान द्वारा पेश किए गए सबूतों की बुनियाद पर आतंकी हमलों के कसूरवारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। आल इंडिया अल कुरान फाउंडेशन के अध्यक्ष मौलाना नदीमुल वाजदी ने भी भारत पाक वार्ता जारी रखे जाने की हिमायत करते हुए पाकिस्तान को ढुलमुल रवैये से बाज आने की नसीहत दी।

नफरत फैलाने को उछाला मंदिर मुद्दा

सपा एमएलसी बुक्कल नवाब और भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण संबंधी बयान से खफा कुल ङ्क्षहद राबता-ए-मसाजिद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना अब्दुल्लाह इब्नुल कमर अल हुसैनी और दारुल उलूम वक्फ के मौलाना आरिफ ने कहा है कि मुद्दा नफरत फैलाने के लिए तूल दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी को ऐसे नेताओं पर लगाम कसनी चाहिए।


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