एक साल के जयापुर गांव में फूट रहीं किलकारियां
सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत वाराणसी से सात नवंबर 2014 को दो ट्वीट के जरिए जयापुर गांव को गोद लेने की सूचना दी थी। जो रिश्ता प्रधानमंत्री से गांव का जुड़ा, वह अब भी कायम है
वाराणसी (अभिषेक शर्मा)। सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत वाराणसी से सात नवंबर 2014 को दो ट्वीट के जरिए जयापुर गांव को गोद लेने की सूचना दी थी। जो रिश्ता प्रधानमंत्री से गांव का जुड़ा, वह अब भी कायम है और अब उस रिश्ते ने एक साल का शानदार सफर भी तय कर लिया है। सांसद बनने के बाद विकास योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की कड़ी के तहत गांवों के विकास को प्रधानमंत्री ने प्राथमिकता दी। लोकसभा चुनाव से पूर्व जयापुर गांव में आग लगने की सूचना पर फोन से हालचाल लेने की सूचना के बाद ही यह गांव चर्चाओं में आ गया।
विकास रफ्तार पर
आदर्श ग्राम योजना में प्रधानमंत्री द्वारा जयापुर को चुनने के बाद विभिन्न संस्थाओं ने गांव के विकास के लिए प्रयास शुरू किए। इसमें खेती किसानी से युवाओं को रोजगारपरक कार्यक्रमों से भी जोडऩे का प्रयास हुआ। गांव के संपूर्ण विकास की अवधारणा को सच साबित करने के लिए प्रशासन भी साल भर सक्रिय रहा।
प्रधानमंत्री की नजर
पीएम नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत वेबसाइट www.narendramodi.in/varanasi पर संसदीय सीट वाराणसी का एक पेज बना हुआ है। इसमें वाराणसी से संबंधित खबरें, दौरे और ट्वीट समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं। यूपी बोर्ड के परीक्षा परिणाम में जयापुर के होनहारों द्वारा परचम लहराए जाने पर दैनिक जागरण की खबर का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री जयापुर के छात्रों को बधाई भी ट्वीट के जरिए दे चुके हैं।
गांव से निवेदन
गांव का चयन आदर्श ग्राम योजना के तहत करने के बाद वाराणसी दौरे में प्रधानमंत्री ने जयापुर गांव से निवेदन भी किया था। 'मैं जयापुर से यह विनती करने आया हूं कि मुझे अंगीकार करो। मुझे सिखाओ, गांवों की समस्याएं किस तरह से दूर की जाती हैं।' नरेंद्र मोदी