मीरजापुर के अधियां गांव के बोर में पानी की जगह निकली गैस
मीरजापुर के मडि़हान क्षेत्र के बलहरा व उसके आसपास के इलाकों में प्राकृतिक गैस के भंडार होने की संभावना को एक बार फिर बल मिला है। अधिया गांव में बोर करा रहे किसान के खेत में आज पानी की जगह गैस निकलने लगी।
लखनऊ। मीरजापुर के मडि़हान क्षेत्र के बलहरा व उसके आसपास के इलाकों में प्राकृतिक गैस के भंडार होने की संभावना को एक बार फिर बल मिला है। अधिया गांव में बोर करा रहे किसान के खेत में आज पानी की जगह गैस निकलने लगी। इसकी जानकारी होते ही मडि़हान के एसडीएम व अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने मौके की जांच की। मीरजापुर-सोनभद्र मार्ग पर अधियां गांव बसा है। पेयजल संकट को देखते हुए यहां के किसान मुल्ले उर्फ प्रभाकर बिंद अपने खेत में बोर करा रहे थे। बोर 470 फीट नीचे कराने के बाद पानी की जगह गैस निकलने लगी। गैस निकलने से लोग दंग रह गए। माचिस जलाई गई तो वह जलने लगी। ग्राम प्रधान रमाशंकर की सूचना पर एसडीएम जैनेंद्र सिंह व अग्निशमन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने बोर से निकल रही गैस में माचिस लगवाया तो आग की लपट 15 फीट ऊपर तक गई। उन्होंने जलती हुई गैस की वीडियोग्राफी कराई। साथ ही बोर पर पत्थर का टुकड़ा रखवाकर उसे बंद करा दिया। उन्होंने बोर से कोई छेड़छाड़ नहीं करने की ग्रामीणों को ताकीद की। कहा कि इस स्थान पर कोई ज्वलनशील वस्तु न लाया जाए। बाद में गैस मिलने की रिपोर्ट एसडीएम ने जिलाधिकारी को सौंप दी है। इस क्षेत्र में जमीन के नीचे कोयला व गैस के भंडार की संभावना अरसे से जताई जा रही है। इसके पहले समीप के बहुती गांव में भी बोर से पानी व गैस एकसाथ निकलने लगी थी। अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। फुलियारी गांव के अमलेश पटेल ने अपने खेत में नौ सौ साठ फीट बोर कराया। यहां पानी तो नहीं मिला लेकिन छह सौ बीस फीट के बाद कोयले की 340 फीट मोटी परत मिली।
कोयला, सोना व गैस का भंडार
भूगर्भ विभाग के अधिकारी नंदलाल ने बताया कि इस क्षेत्र में प्राकृतिक संपदा का अपार भंडार है। इसके पहले बहुती गांव के बोर में गैस निकली थी। उस समय ओएनजीसी के अधिकारियों ने इस क्षेत्र का सर्वे किया था। क्षेत्र में कोयला, सोना व प्राकृतिक गैस के उम्मीद जताई थी। उस समय की जांच रिपोर्ट अधिकारियों ने केंद्र सरकार को भेजा था।