मुख्तार अंसारी अब फिर जाएंगे आगरा जेल
कारागार प्रशासन ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की जेल बदलने का फरमान जारी कर दिया है, अंसारी फिर आगरा की सेंट्रल जेल भेजे जाएंगे।
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और बाहुबलियों के खिलाफ सख्ती अपनाने पर जोर दिया तो उसका असर भी दिखने लगा है। कारागार प्रशासन ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की जेल बदलने का फरमान जारी कर दिया है। अंसारी फिर आगरा की सेंट्रल जेल भेजे जाएंगे। लखनऊ की जेल मुख्तार की पसंदीदा जेल है और इससे हटाये जाने की कवायद तो पिछली सरकार में भी हुई लेकिन यह परवान नहीं चढ़ सकी।
कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं के संयुक्त सचिव सूर्य प्रकाश सिंह सेंगर ने कल शाम को महानिरीक्षक कारागार जीएल मीणा को भेजे गए पत्र में मुख्तार अंसारी को आगरा सेंट्रल जेल भेजे जाने की स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने जिला कारागार लखनऊ के जेल अधीक्षक को अदालत से अनुमति लेकर जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। एडीजी जेल जीएल मीणा ने 16 मार्च को ही पत्र लिखकर मुख्तार की जेल बदलने का अनुरोध किया था।
पिछली समाजवादी सरकार में मुख्तार को अचानक आगरा से लखनऊ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। हुआ यूं कि मुख्तार की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय का एलान हो गया। विलय की औपचारिकता पूरी होने से पहले ही मुख्तार की जेल बदल दी गयी। लेकिन यह विलय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को नागवार लगी। इस मसले पर सपा में दो फाड़ हो गए। शिवपाल सिंह यादव के सहारे मुख्तार और उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी ने दोबारा सपा में विलय की कोशिश की लेकिन जब सपा पर अखिलेश एकतरफा काबिज हुए तो उन्होंने अंसारी बंधुओं को किनारे कर उनका टिकट भी काट दिया।
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फिर कौमी एकता दल का बसपा में विलय हुआ। भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के साथ ही यह संकेत मिले गये थे कि अंसारी को लखनऊ से हटा दिया जाएगा। मीणा ने इसीलिए 16 मार्च को ही पत्र लिखकर उन्हें हटाने की अनुमति मांग ली।
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