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    फिर लटका बस अड्डों का आधुनिकीकरण

    By Edited By:
    Updated: Wed, 13 Aug 2014 10:07 PM (IST)

    (राज्य ब्यूरो) लखनऊ। प्रदेश के चुनिंदा दस बस अड्डों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी)

    (राज्य ब्यूरो) लखनऊ। प्रदेश के चुनिंदा दस बस अड्डों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत विकसित करने की सरकार के मंसूबे को फिर से करारा झटका लगा है। पांच अगस्त को इनके लिए हुई बिड (निविदा) में परिवहन निगम की महत्वाकांक्षी योजना के दस प्रोजेक्टों में से केवल लखनऊ और वाराणसी के लिए ही बिड पड़ी।

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    दस बस अड्डों के आधुनिकीकरण की कोशिश पांच-छह सालों से चल रही है। मायावती सरकार में प्रभावशाली भूमिका निभाने वाले एक अफसर इन सभी बस अड्डों को पीपीपी माडल पर विकसित करने के नाम पर एक विशेष औद्योगिक ग्रुप को दिलाने चाहते थे लेकिन परिवहन निगम के भीतर से ही तब इसका विरोध शुरू हो गया। यह आशंका उभरी कि पूरा परिवहन निगम इस ग्रुप को उपहार स्वरूप दे दिया जाएगा। अदालती हस्तक्षेप से अफसर के मंसूबे ध्वस्त हो गए।

    सपा सरकार के आने के बाद बस अड्डों को विकसित करने के लिए नई नीति बनाकर निवेशकों को आकर्षित करने की कवायद हुई। प्रत्येक बस स्टेशन पर रोजाना आठ हजार बसों के आवागमन को ध्यान में परिसर में मल्टीप्लेक्स, शापिंग माल, होटल आदि बनाए जाएंगे। सरकार पहले 32 सालों तक निवेशक को कई तरह की रियायतें देगी। इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।

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    फिर से डाली जाएंगी बिड : मेश्राम

    परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मुकेश मेश्राम का कहना है कि पांच अगस्त को बिड में केवल लखनऊ और वाराणसी के लिए लखनऊ की एक कंपनी ने दिलचस्पी दिखायी लेकिन बाद में कई अन्य लोगों ने भी संपर्क कर बिड करने की इच्छा व्यक्त की है। प्रमुख सचिव परिवहन से अनुमति मिलने पर बिड के लिए नयी तारीख तय की जाएगी।

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    चयनित बस स्टेशन

    1.आगरा फोर्ट, क्षेत्रफल 4046 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 33 करोड़ रुपये

    2. ईदगाह आगरा, क्षेत्रफल 7688 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 64 करोड़

    3.ट्रांसपोर्ट नगर आगरा, क्षेत्रफल 30744 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 254 करोड़

    4. कौशाम्बी गाजियाबाद, क्षेत्रफल 36584 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 302 करोड़

    5.रसूलाबाद अलीगढ़, क्षेत्रफल 53000 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 438 करोड़

    6. आलमबाग लखनऊ, क्षेत्रफल 24280 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 201 करोड़,

    7. जकरकट्टी कानुपर, क्षेत्रफल 30350 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 251 करोड़

    8. सिविल लाइन्स इलाहाबाद, क्षेत्रफल 6641 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 55 करोड़

    9.वाराणसी कैंट, क्षेत्रफल 23876 वर्ग मीटर, अनुमानित लागत 197 करोड़

    10. सोहराबगेट मेरठ, क्षेत्रफल 17580 वर्ग मीट, अनुमानित लागत 145 करोड़