आजम का घेराव कर रहे मदरसा शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
नियमितीकरण की मांग को लेकर आज अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां के आवास घेरने पहुंचे मदरसा शिक्षकों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा। लाठीचार्ज में 45 शिक्षकों को चोटें आईं जबकि एक का सिर फट गया। 22 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ। नियमितीकरण की मांग को लेकर आज अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां के आवास घेरने पहुंचे मदरसा शिक्षकों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा। लाठीचार्ज में 45 शिक्षकों को चोटें आईं जबकि एक का सिर फट गया। 22 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ ऑफ इंडिया के आह्वान पर ये शिक्षक आजम खां के आवास के बाहर जुटे थे। सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को गेट के सामने से हटाने का प्रयास किया, लेकिन वे मांगों पर मंत्री से वार्ता करने पर अड़े रहे। करीब आधे घंटे तक नारेबाजी का सिलसिला जारी रहा। वार्ता की मंजूरी न मिलने पर सुरक्षा कर्मियों और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेडऩा शुरू कर दिया। इसके बाद बात बिगड़ती चली गई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एजाज अहमद और प्रदेश अध्यक्ष नवाब हुसैन सहित 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आजम खां के आवास से खदेड़े जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने विधान भवन पर नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने वहां भी प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया और उन्हें लक्ष्मण मेला स्थल भेज दिया गया। घायलों का इलाज श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में चल रहा है। संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुहम्मद इब्राहिम खान ने कहा कि मंत्री के इशारे पर पुलिस ने मदरसा शिक्षकों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया है। गिरफ्तार शिक्षकों को प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को लाठीचार्ज का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।