मार्निंग वाक पर निकलीं लड़कियों पर मनचलों को फब्तियां सुन जिलाधिकारी अवाक
उत्तर प्रदेश में सरकारी निजाम बदलने के साथ पुलिस व प्रशासन में अब आमूलचूल परिवर्तन दिखाई पडऩे लगा है। अब अधिकारी मातहतों पर नजर रखने लगे हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में सरकारी निजाम बदलने के साथ पुलिस व प्रशासन में अब आमूलचूल परिवर्तन दिखाई पडऩे लगा है। अब अधिकारी अपने मातहतों पर कड़ी नजर रखने लगे हैं। पिछले दिनों वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में घायल दंपती को अस्पताल पहुंचाने वाले जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा रविवार की अल सुबह जब टहलने निकले तो उन्हें छावनी के नेहरू पार्क के पास तीन बाइक सवार युवक एक लड़की पर फब्तियां कसते मिल गए। वे तीनों को पकडऩे के लिए दौड़े लेकिन तीनों बाइक छोड़कर भाग निकले।
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इसके बाद वे खुद भी कैंट थाने पहुंचे और इंस्पेक्टर को फटकार लगाते हुए ड्यूटी पर मुस्तैद रहने की हिदायत दी। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने बाइक सीज करने के साथ दबिश देकर दो मनचलों पहाड़पुर, पुलिस लाइन निवासी रिजवान व अरशद को दबोच लिया जबकि पक्की बाजार का अंशु फरार है। पुलिस ने शांति भंग की आशंका में दोनों को एसीएम के यहां पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। इस मामले में डीएम ने कैंट इंस्पेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए संस्तुति की है। वहीं एसएसपी ने मामले की जांच सीओ से कराई। सीओ कैंट राजकुमार यादव की रिपोर्ट पर एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा अमित कुमार सिंह, सिपाही संजय कुमार सहित रिक्रूट सिपाही विजय शंकर व ओमप्रकाश बिंद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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