25 साल बाद दर्ज बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट
अपराधों पर अंकुश लगाने व लोगों की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस कितनी सजग है यह आज देखने को मिला। जब पीलीभीत पुलिस ने 25 साल बाद कोर्ट के आदेश पर अपरहण की रिपोर्ट दर्ज की। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन रिपोर्ट न दर्ज करने
<स्त्रद्बक्>लखनऊ। अपराधों पर अंकुश लगाने व लोगों की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस कितनी सजग है यह आज देखने को मिला। जब पीलीभीत पुलिस ने 25 साल बाद कोर्ट के आदेश पर अपरहण की रिपोर्ट दर्ज की। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन रिपोर्ट न दर्ज करने वाली खाकी से न्याय की उम्मीद लगाना भी बेमानी होगा। <स्त्रद्बक्>पीलीभीत के सुनगढ़ी क्षेत्र के ग्राम नवदिया दहगला निवासी चन्द्रसेन के अनुसार करीब 25 साल पहले उनका पांच वर्षीय बड़ा भाई गोकिल प्रसाद अचानक घर के बाहर से गायब हो गया था। इसके बाद से उनके परिजन लगातार थानों एवं पुलिस अफसरों के कार्यालय के चक्कर लगाते रहे थे। लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी। गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की। बेटे के लिए भागदौड़ करते-करते निराश होने पर उसके पिता भी चल बसे। अब युवा हो चुके चंद्रसेन ने अपने बड़े भाई से मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी और एसपी को प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कर भाई को तलाशने के लिए करने की गुहार लगाई, लेकिन यहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। पुलिस कार्यशैली से हताश होकर उसने कोर्ट की शरण ली। तब जाकर गायब होने के 25 साल बाद कोर्ट के आदेश पर सुनगढ़ी पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध अपहरण का केस दर्ज किया है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने भले ही अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की। कार्रवाई के लिए हाथ पैर मारना भी शुरु कर दिया, लेकिन पांच वर्ष की उम्र में गायब हुए मासूम को 25 साल बाद वह कैसे बरामद करेगी, यह बड़ा सवाल है?