जिसे दुश्मन न मार सके उस जवान की सड़क दुर्घटना में मौत
पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के दौरान फौज के जिस जांबाज को आतंकवादी नहीं मार पाए, उसे नियति ने छीन लिया। हमले में घायल सेना के जवान रविकांत मिश्र (33) की घर लौटते समय सड़क हादसे में मौत हो गई।
लखनऊ। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के दौरान फौज के जिस जांबाज को आतंकवादी नहीं मार पाए, उसे नियति ने छीन लिया। हमले में घायल सेना के जवान रविकांत मिश्र (33) की घर लौटते समय सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे में स्कार्पियो चालक यशवंत राम (30) की भी मौत हो गई। घटना आजमगढ़ के सिधारी क्षेत्र के गौरडीह खालसा गांव के पास की है। ओवरटेक करने के प्रयास में स्कार्पियो आगे चल रहे ट्रेलर से टकरा गई। हादसे में सैनिक के दो सालों सहित तीन लोग घायल हैं। हीरापट्टी गांव के रामनाथ मिश्र का छोटा बेटा रविकांत जम्मू-कश्मीर में सेना के सिग्नल कोर में हवलदार था। पठानकोट आतंकी हमले के दौरान उसने भी आतंकवादियों से लोहा लिया था, जिसमें वह घायल हो गया था। उसे उपचार के लिए 20 दिनों का अवकाश मिला था, जिसके बाद वह घर लौट रहा था। सोमवार शाम रविकांत को लेने उसके साले दुर्गेश व विनोद स्कार्पियो से वाराणसी गए थे। स्कार्पियो यशवंत राम चला रहा था। साथ में उसका एक साथी राहुल राम भी था। सभी रात साढ़े नौ बजे वाराणसी से आजमगढ़ के लिए रवाना हुए और रास्ते में दुर्घटना हो गई। स्कार्पियो में आगे बैठे रविकांत व यशवंत की मौत हो गई।