सोनिया का मोदी पर निशानाः सौहार्द बिगाडऩे वालों के हाथ केंद्र की सत्ता
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे के दूसरे तथा अंतिम दिन जनता दरबार भी लगाया है। उनका जनता दरबार भुएमऊ गेस्ट हाउस में लगा है। जहां पर लोग सुबह से ही बड़ी संख्या में एकत्र हैं।
लखनऊ। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अध्यक्ष व सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस देश में भाईचारे का माहौल चाहती है, लेकिन कुछ ताकतें देश के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाडऩे का काम रही हैं। दुर्भाग्य है कि इन्हीं ताकतों के हाथ में केंद्र की सत्ता है। इन्हें सर्वधर्म समभाव पर विश्वास नहीं और ये संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद में जब भी गरीब और आम आदमी की आवाज कांग्रेस उठाती है तो इसको दबाने का प्रयास किया जाता है और इसका दोष कांग्रेस पार्टी व गांधी-नेहरू परिवार पर मढ़ते हैं। रायबरेली दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आम जनता से मुलाकात की। उनकी समस्याएं सुनीं और यथासंभव मदद का आश्वासन दिया। भुएमऊ गेस्टहाउस में युवा कांग्रेस, एनएसयूआइ, सेवा दल, एससी-एसटी प्रकोष्ठ, लीगल सेल, आइटी सेल, इंटक सहित 11 फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुमले 'न खायेंगे न खाने देंगे' पर व्यंग कसा। कहा, कि पीएम के वादे कोरे और इरादे तो कुछ और ही थे।
जनता दरबार में गिड़गिड़ाते फरियादी
रायबरेली के भुएमऊ में सुबह सोनिया गांधी का जनता दरबार निर्धारित समय से दो घंटे देर से शुरू हुआ। इस दौरान फरियादी गेस्ट हाउस के बाहर इंतजार करते रहे। जब जनता दरबार शुरू हुआ तो उन्हीं को अंदर जाने दिया गया, जिनका नाम लिस्ट में शामिल था। अन्य को बाहर कर दिया गया। कई फरियादी गिड़गिड़ाते रहे लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। इसके पूर्व सोनिया गांधी ने गोल्ड मेडलिस्ट अंकिता त्रिपाठी व क्रिकेटर समर्थ सिंह ने मिलकर उनकी हौसला आफजाई की। जनता दरबार से पहले एमएलसी चुनाव में जीत का मंत्र दिया गया। सोनिया गांधी वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता मिश्रीलाल जैन के घर भी पहुंची तथा उनका हालचाल जाना। इसके बाद वह सीधे कांग्रेस के कार्यालय तिलक भवन गईं जहां व्यवस्था को देखा। यहां से सोनिया फुरसतगंज हवाई अड्डे पहुंचीं और सीधे इलाहाबाद निकल गईं।