'जागो हिंदुस्तानी' आसाराम का नया 'सांस्कृतिक' युद्ध, बांटी गई सीडी
लखनऊ। सलाखों में छटपटा रहे दुष्कर्म आरोपी कथावाचक आसाराम के प्रति संवेदना बटोरने को
लखनऊ। सलाखों में छटपटा रहे दुष्कर्म आरोपी कथावाचक आसाराम के प्रति संवेदना बटोरने को शाहजहांपुर में कथित 'संस्कृति' कार्ड खेला गया है। कानूनी कार्रवाई को संस्कृति एवं संत पर हमला दर्शाने वाली सीडी आधी रात सैकड़ों घरों में पहुंचाई गई। लोग सुबह उठे तो 'जागो हिंदुस्तानी' शीर्षक सीडी दरवाजे पर मिली। सीडी में कथावाचक पर कानूनी कार्रवाई की फुटेज के साथ कुछ प्रबुद्धजनों द्वारा उन्हें संत बताते दिखाया गया है। सीडी का संज्ञान लेकर खुफिया एजेंसियों ने शासन को अवगत कराया है।
शहीद नगरी की बहादुर बेटी कथा वाचक आसाराम के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में न्याय की लड़ाई लड़ रही है। न्यायिक लड़ाई में जमानत की एक-एक कर कई अर्जियां खारिज होने से आरोपित कथा वाचक परेशान हैं। चर्चाओं के मुताबिक आसाराम ने ही संवेदना बटोरने को संस्कृति कार्ड खेला है। शुरुआत शहीद नगरी के लोगों की संवेदना बटोरने से की है। हजारों घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुबह सीडी पाई गई। सीडी का शीर्षक 'जागो हिंदुस्तानी नहीं तो एक के बाद एक की बारी' है, को पढ़कर लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे। शहरियों के साथ ही खुफिया एजेंसियों ने भी सीडी देखी। सीडी में आसाराम के खिलाफ शुरू हुई कानूनी कार्रवाई को संत एवं संस्कृति पर पहला हमला दर्शाया गया है। वीडियो में कथा वाचक पर हुई कानूनी कार्रवाई के अलग-अलग फुटेज, घटनाक्रम की जांच के जद में आए शिवा, एक महिला शिष्या की बातें, अशोक सिंघल समेत कई नेताओं के बयान दर्शाए गए हैं। लब्बोलुआब यह है कि आसाराम को बेदाग बताने की कोशिश की गई है। सीडी को केबल टीवी पर दिखाने एवं जन-जन तक पहुंचाने की अपील की गई है।