सपा सरकार में मलाईदार पदों पर रहे इंस्पेक्टरों का तबादला
डीजीपी मुख्यालय में 54 इंस्पेक्टरों के तबादले की पहली सूची जारी की है। इसमें अधिकतर उन निरीक्षकों के नाम हैं, जिन्हें समाजवादी सरकार में महत्वपूर्ण कोतवालियों का प्रभार मिला हुआ था।
लखनऊ (जेएनएन)। योगी आदित्यनाथ सरकार ने समाजवादी सरकार में 'मलाईदार कोतवाली और थानों में तैनात रहे पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले शुरू कर दिए हैं। पहले चरण में 54 इंस्पेक्टरों को इधर से उधर किया गया है लेकिन, इस सूची में पुलिस के पसंदीदा कहे जाने वाले गौतमबुद्धनगर, हापुड़ जिले के एक भी इंस्पेक्टर को नहीं हटाया गया है। गाजियाबाद, आगरा से एक-एक इंस्पेक्टर हटाये गए हैं।
पुलिस अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव का क्रम वरिष्ठ अधिकारियों से होता हुआ इंस्पेक्टर तक पहुंच गया है। मंगलवार को डीजीपी मुख्यालय में 54 इंस्पेक्टरों के तबादले की पहली सूची जारी की है। इसमें अधिकतर उन निरीक्षकों के नाम हैं, जिन्हें समाजवादी सरकार में महत्वपूर्ण कोतवालियों का प्रभार मिला हुआ था। बावजूद इसके पहली सूची में हापुड़, गौतमबुद्धनगर में बरसों से जमे इंस्पेक्टरों का नाम नहीं है। गाजियाबाद व आगरा से एक-एक इंस्पेक्टर हटाया गया है।
यह आम धारणा है कि इन जिलों में तैनाती के लिए इंस्पेक्टर शीर्ष स्तर तक की पैरवी कराने में पीछे नहीं रहते हैं। डीजीपी मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि पुलिस में अमूल चूल परिर्वतन किया जाना है। यह अंतिम सूची नहीं है। हालांकि जिन 54 इंस्पेक्टरों का तबादला किया गया है, उनमें से नौ को सीबीसीआइडी, 16 को सतर्कता अधिष्ठान, दो पीटीएस, एक को आतंकवाद निरोध दस्ता में स्थानांतरित किया गया है। दो इंस्पेक्टर आर्थिक अपराध शाखा में भेजे गए हैं। 12 इंस्पेक्टरों का जोन बदला गया है।
घुड़सवार पुलिस की डीपीसी आज
पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने घुड़सवार पुलिस के मुख्य आरक्षी (दीवान) पद के लिए रिक्त 18 स्थानों के लिये जिलों से भेजे गए 23 नामों को अनुपयुक्त माना है। और ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिये 24 मई यानी बुद्धवार को विभागीय प्रोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक का निर्णय लिया है। मीडिया प्रभारी महेश मिश्र ने बताया कि घुड़सवार पुलिस को जल्द 18 मुख्य आरक्षी मिल जाएंगे, जिससे भीड़भाड़ वाले इलाकों, मेलों में शांति व्यवस्था कायम करने में आसानी होगी।