अब होमगार्ड अफसरों को नहीं जमा करने होंगे असलहे
-राहत- -डीजी होमगार्ड ने एडीजी होमगार्ड के आदेश पर लगाई रोक -नया आदेश जारी कर कह
-राहत-
-डीजी होमगार्ड ने एडीजी होमगार्ड के आदेश पर लगाई रोक
-नया आदेश जारी कर कहा- त्योहारों की सुरक्षा जरूरी, न जमा करें पिस्टल
जागरण संवाददाता, लखनऊ : दैनिक जागरण ने 17 सितंबर को 'ट्रेनिंग के नाम पर फिर निहत्थे होंगे होमगार्ड अधिकारी' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। होमगार्ड विभाग के एडीजी जसवीर सिंह ने विभाग के अफसरों को पिस्टल मुख्यालय के केंद्रीय आर्मरी में तत्काल जमा करने का आदेश जारी किया था। इससे अफसर नाराज थे।
डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेकर मंगलवार को नया आदेश जारी किया और एडीजी के आदेश को फिलहाल के लिए रोक दिया। इसमें सभी जिला कमांडेंट, मंडलीय कमांडेंट व डिप्टी कमांडेंट जनरल को निर्देशित करते हुए कहा कि विभिन्न त्योहारों की सुरक्षा-व्यवस्था के अंतर्गत कोई भी अधिकारी पिस्टल जमा न करे। डीजी के इस आदेश से प्रदेशभर के होमगार्ड अफसरों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। अफसरों का कहना है कि यह आदेश त्योहारों के बाद भी लागू रहे, क्योंकि सुरक्षा-व्यवस्था के दृष्टिकोण से पिस्टल होना जरूरी है।
गौरतलब है कि सात वर्ष पूर्व होमगार्ड मुख्यालय के डीआइजी महावीर प्रसाद की हजरतगंज में धरना-प्रदर्शन के दौरान जमकर पिटाई कर दी गई थी। इसी के बाद बढ़ते हमलों को देखते हुए होमगार्ड अधिकारियों को हथियारों से लैस करने का आदेश हुआ। अगस्त 2012 में तत्कालीन सपा सरकार में होमगार्ड विभाग के प्रदेशभर के जिलों में तैनात 20 इंस्पेक्टर, 75 कमांडेंट, 18 मंडलीय कमांडेंट व चार डीआइजी को चिह्नित कर उन्हें 9 एमएम की पिस्टल से लैस किया गया था।