राष्ट्र के प्रति अलख जगाने को 600 हिंदू सम्मेलन
लखनऊ। देशवासियों खासकर युवाओं में राष्ट्र के प्रति अलख जगाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहि
लखनऊ। देशवासियों खासकर युवाओं में राष्ट्र के प्रति अलख जगाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने एक बार फिर कमर कस लिया है। लोगों को अपने अधिकारों और दायित्वों का बोध कराने के लिए विहिप ने देश भर में लगभग छह सौ बड़े हिंदू सम्मेलनों की योजना बनाई है। इसमें देश की धरोहर मानी जाने वाली 'मोक्षदायिनी' गंगा की अविरलता और निर्मलता, गौरक्षा, रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण आदि मुद्दा प्रमुखता से होगा।
हिंदू समाज के अधिकारों और दायित्वों के प्रति विहिप समय-समय पर सम्मेलनों और आंदोलनों का आयोजन करती रही है। संगठन ने अपनी जयंती वर्ष के अवसर पर दो नवंबर को देश भर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया था। इधर, युवाओं को राष्ट्र के प्रति सचेत करने के लिए संगठन ने फिर हिंदू सम्मेलनों को करने का निर्णय लिया है। उक्त मुद्दों के अलावा इसमें देश में आइएसआइ के फैलते नेटवर्क को ध्वस्त करने, बांग्ला देशी घुसपैठिए पर अंकुश लगाने और जम्मू-काश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने जैसे विषयों पर भी मंथन होगा। खास यह कि सभी सम्मेलनों में संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों संग बड़े साधु-संतों के भी शामिल होने की उम्मीद है। हिंदू सम्मेलन की शुरुआत पूर्वाचल में कौशांबी जिले से होगी। 30 नवंबर को कौशांबी में पहला कार्यक्रम तय किया गया है। इसके बाद आठ दिसंबर को कुंडा, 25 को ज्ञानपुर और 28 को प्रतापगढ़, सात जनवरी को सुल्तानपुर, आठ को मिर्जापुर और 25 को प्रयाग के परेड ग्राउंड पर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें विहिप के अंतराष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल, गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। विहिप के प्रदेश संगठन मंत्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय सह सर कार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल के भी सम्मेलन में आने की उम्मीद है लेकिन उनकी तरफ से अभी हरी झंडी नहीं मिली है।