गवर्नर राम नाईक का दावा- दाऊद की मदद से गोविंदा ने चुनाव में हराया
उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक का दावा है कि 2004 के लोकसभा चुनाव में उनको शिकस्त देने के लिए फिल्म स्टार व कांग्रेस प्रत्याशी गोविंदा ने अंडर वल्र्ड की मदद ली थी। गवर्नर राम नाईक ने अपने संस्मरण 'चरैवेति, चरैवेति' (बढ़ते रहो) में इसका खुलासा किया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक का दावा है कि 2004 के लोकसभा चुनाव में उनको शिकस्त देने के लिए फिल्म स्टार व कांग्रेस प्रत्याशी गोविंदा ने अंडर वल्र्ड की मदद ली थी। गवर्नर राम नाईक ने अपने संस्मरण 'चरैवेति, चरैवेति' (बढ़ते रहो) में इसका खुलासा किया है। राम नाइक की किताब का विमोचन 25 अप्रैल को मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस ने किया। था। उस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी और सुशील कुमार शिंदे भी मौजूद थे।
उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक ने बालीवुड के एक्टर गोविंदा पर बड़ा आरोप लगाया है। नाईक ने दावा किया है कि फिल्म स्टार गोविंदा ने 2004 लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर मुंबई नॉर्थ से लड़ा था। उनको हराने के लिए गोविंदा ने अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ ही बिल्डर हितेन ठाकुर की मदद ली थी।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नाईक ने अपनी किताब में लिखा कि तीन बार के लगातार सांसद रहने और मुंबई के लिए काफी कुछ करने के बाद भी सिर्फ 11 हजार वोट से मिली हार को नहीं पचा पा रहे थे। इसके साथ ही वह अपनी किताब में लिखते हैं कि गोविंदा की दाऊद और ठाकुर के साथ दोस्ती थी और उन्होंने वोटरों को आतंकित करने के लिए इन दोनों की मदद ली थी। 1999 से 2004 तक केंद्रीय मंत्री रहे राम नाईक ने कल एक अंग्रेजी समाचार पत्र से बातचीत में भी कहा कि मैं 2004 के लोकसभा चुनाव में गोविंदा के खिलाफ हार के बारे में जो भी कहूंगा उसे अब तो बहाना समझा जाएगा। फिर भी कहूंगा कि मुझे हराने के लिए अंडरवल्र्ड एक जुट हो गया था।
गवर्नर नाईक के कहा कि उन्हें यह बात कहने में कोई हिचक नहीं है कि गोविंदा के दाऊद और ठाकुर से संबंध थे। उन्होंने कहा कि गोविंदा ने अपनी ताकत का इस्तेमाल चुनाव में मेरे खिलाफ किया और यह उनके पक्ष में गया।
चैनल ने भी किया था अप्रत्यक्ष प्रचार
नाईक ने एक टीवी चैनल पर भी उनके खिलाफ काम करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान चैनल गोविंदा के प्रचार में मदद के लिए सिर्फ उनकी फिल्में दिखाता था। उन्होंने कहा कि जब चैनल के चेयरमैन मुंबई में वॉटर पार्क बना रहे थे तो वहां रह रहे मछुआरों ने इसका विरोध किया था। नाईक ने अपनी किताब में लिखा कि सांसद होने के नाते मैंने इस परियोजना का विरोध किया था, इसलिए मेरे चुनाव के दौरान चैनल ने अप्रत्यक्ष रूप से मेरे खिलाफ प्रचार किया।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहे नाइक ने 2014 का लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे के सवाल पर कहा कि मैंने राजनीति में लंबी पारी खेली है, अब दूसरों का मौका मिलना चाहिए। नाईक पांच बार सांसद रहे और केंद्र सरकार में पेट्रोलियम व रेल जैसे मंत्रालय संभाल चुके हैं।
केंद्र में राजग की सरकार बनते ही गवर्नर को हटाने को लेकर हुए विवाद पर नाइक ने कहा कि गवर्नर की राजनीतिक नियुक्ति होती है। ऐसे में केंद्र में सरकार बदलते ही सभी राज्यों के गवर्नर को खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है। कुछ गवर्नर अभी भी पदों से चिपके हुए हैं इस कारण उन्हें अपमान का सामना करना पड़ रहा है।
गोविंदा ने आरोप खारिज किया
फिल्म अभिनेता गोविंदा ने नाईक के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह जनता थी जिन्होंने उन्हें जिताया था। उन्होंने कहा कि मुझे तब किसी के समर्थन की जरूरत नहीं थी। ऐसी बातें कहकर राम नाईक यह कहना चाहते हैं उस संसदीय क्षेत्र के लोग अंडरवल्र्ड के हाथों बिक गए थे। अब ऐसी बातें कहकर किसी का अपमान न करें। गोविंदा ने कहा कि अब जब मैं फिल्म की दुनिया में जा रहा हूं, मैं नाईक से अपील करूंगा कि वह मेरा नाम खराब न करें और न ही मेरे काम में बाधा पैदा करें। गोविंदा ने पूछा कि अगर गोविंदा का संबंध हिंदू या मुस्लिम अंडरवल्र्ड से है, तब उसका करियर दस वर्ष से स्थिर क्यों है, गोविंदा क्यों कम बजट की फिल्में कर रहा है।