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लखनऊ की नामचीन स्वीट्स शॉप का लाइसेंस हुआ निलंबित, FSDA ने जड़ा ताला Lucknow News

बेपरवाही जांच में मिली खामियों के आधार पर एफएसडीए ने की बड़ी कार्रवाई। 20 दिन में स्थिति नहीं सुधारी तो रद कर दिया जाएगा लाइसेंस।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 09:28 AM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 04:47 PM (IST)
लखनऊ की नामचीन स्वीट्स शॉप का लाइसेंस हुआ निलंबित, FSDA ने जड़ा ताला Lucknow News
लखनऊ की नामचीन स्वीट्स शॉप का लाइसेंस हुआ निलंबित, FSDA ने जड़ा ताला Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। बजबजाती गंदगी के बीच मिठाइयां बनाने वाले अलीगंज स्थित राधेलाल स्वीट्स पर प्रशासन ने आखिरकार शिकंजा कस दिया। इसलिए क्योंकि गंदगी और सीवर के बीच मिठाइयां बनाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले प्रतिष्ठान में हालात तीन दिन बाद भी नहीं सुधरे मिले। ऐसे में फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफएसडीए) ने उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया। लाइसेंस बहाली तक राधेलाल स्वीट्स में किसी तरह का खाद्य कारोबार नहीं हो सकेगा।

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मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश कुमार मिश्र के मुताबिक, किचन में तमाम खामियों को देखकर एफएसडीए ने राधेलाल स्वीट्स को सुधार के लिए तीन दिन का नोटिस दिया था। गुरुवार को नोटिस की मियाद पूरी हो गई। जांच टीम ने फिर से किचन का मुआयना किया, लेकिन स्थितियां जस की तस मिलीं। नोटिस के बावजूद किसी तरह का सुधार नहीं दिखा। इसके बाद ही लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई हुई। यह निलंबन बीस दिनों के लिए होगा। अगर इस अवधि में मानक पूरे नहीं हुए तो फिर लाइसेंस रद होगा।

यह है मामला

बीते मंगलवार को एफएसडीए के छापे में अलीगंज स्थित राधेलाल स्वीट्स के किचन में गंदगी के बीच मिठाइयां बनती मिली थीं। घी में मक्खियां थीं और फर्श पर सीवर बह रहा था। सब्जियों और दूसरी खाद्य सामग्री में फफूंद लग चुकी थी। किचन में सोडियम नाइट्रेट सल्फाइड केमिकल भी मिला था, जो फूड ग्रेड में नहीं आता है। आशंका है कि इस केमिकल का इस्तेमाल मिठाइयाों को ताजा रखने के लिए किया जा रहा था।

 

जिलाधिकारी ने कहा, नियम कानून से कोई बड़ा नहीं

डीएम कौशल राज शर्मा का कहना है कि कितना भी बड़ा नाम हो, अगर मिलावट करता मिला तो कार्रवाई होगी। नियम-कानून सबके लिए हैं। अधिकारियों से सभी दुकानों की जांच को कहा है। अगर कहीं पर कोई गड़बड़ी है तो लोग सीधे मेरे कार्यालय पर शिकायत कर सकते हैं।

इनकी रसोई में नियम धुआं-धुआं

 राधेलाल स्वीट्स में खाद्य सुरक्षा के मानक गंदगी के बीच दबे थे। किचन में इस कदर अव्यवस्था थी कि वहां एक मिनट खड़ेे रहना भी संभव नहीं था। कर्मचारियों ने दीवालों पर पान मसाला थूककर उसे लाल कर दिया था और हर तरफ सीलन और फफूंद से दुर्गंध आ रही थी। खाद्य सुरक्षा विभाग ने किचन के लिए मानक बनाए हैं, लेकिन कहीं पर भी इनका पालन नहीं हो रहा है। अधिकांश होटल और रेस्टोरेंट में किचन में मानकों को ताक पर रखकर सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। जहां के खाने से आ रही महक और अच्छी लगती है, वहां की रसोई में सारे नियम धुआं-धुआं नजर आते हैं।

 क्या होने चाहिए किचन के मानक 

  •  कुक और हेल्पर्स को कैप, मास्क व एप्रन प्रयोग करना चाहिए
  • सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बने हों
  • गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति किचन में काम नहीं करना चाहिए। इससे संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है
  • पानी के टैंक व पीने केपानी वाले टैंकों की नियमित सफाई हो
  • प्रयुक्त पानी की केमिकल एवं माइक्रोबायोलाजिकल जांच हो 
  • कच्चे खाद्य पदार्थ के भंडारण की व्यवस्था जमीन पर नहीं हो
  • छत, फर्श और दीवाल साफ सुथरी और प्लास्टरयुक्त हों 
  • डस्टबिन खुले नहीं हो और सूखा तथा गीला कचरा अलग-अलग हो।
  • बर्तन धुलने का एरिया पक्का और जल निकाली दुरुस्त हो
  • एग्जास्ट फैन लगे हों ताकि वेंटीलेशन बना रहे
  • वेज-नानवेज खाद्य सामग्री के लिए अलग-अलग फ्रीजर हों
  • हाथ धुलने के लिए लिक्विड हैंडवाश या साबुन हो।
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