बदायूं में गंगा उफनानें से कब्रें फिर डूबीं
लखनऊ। बदायूं में कटरा सआदतगंज कांड की जांच कर रही सीबीआइ गंगा के रुख को देखकर ठिठक
लखनऊ। बदायूं में कटरा सआदतगंज कांड की जांच कर रही सीबीआइ गंगा के रुख को देखकर ठिठक गई है। एकाएक पानी फिर बढ़ने से कब्रें डूब गई हैं। बाढ़ खंड के इंजीनियर का कहना है कि पानी अभी और बढ़ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो शवों का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की सीबीआइ की मंशा पर पानी फिर जाएगा।
दो किशोरियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव पेड़ लटकाने के मामले की गुत्थी सीबीआइ अभी तक सुलझा नहीं सकी है। आरोपियों, परिजनों और गवाहों से कई दौर की पूछताछ हो चुकी है। लाई डिटेक्शन टेस्ट भी हो चुका है। सीबीआइ की एक टीम मंडी समिति गेस्ट हाऊस स्थित कैंप कार्यालयों में अब तक जुटाए गए साक्ष्यों के अध्ययन में जुटी है। इसके अलावा किशोरी के पास मौजूद रहे मोबाइल से संबंधित रिपोर्ट का इंतजार है।
मामले में कुछ खास क्लू हासिल करने के लिए सीबीआइ किशोरियों के शवों का दोबारा पोस्टमार्टम कराना चाह रही है। इसके लिए प्रयास तो महीनेभर पहले से शुरू किए गए थे, लेकिन जब तक शवों की खोदाई कराने सीबीआइ अटैना घाट पहुंची कब्रें बाढ़ में डूब चुकी थीं। दो दिन पहले गंगा में पानी कम होने लगा था, कब्रें दिखाई पड़ने लगी थीं। माना जा रहा था कि थोड़ा पानी और कम हो जाने पर कब्रों की शटरिंग कराई जा सकेगी, लेकिन मंगलवार को अचानक नदी में फिर पानी बढ़ गया। बाढ़ खंड के एसडीओ अखिलेश कुमार ने नदी में अभी और पानी बढ़ने की संभावना जताई है। बहाव तेज होने से अब कब्रों के चारों तरफ घेराबंदी के साथ कब्रों के बहने का भी खतरा पैदा हो गया है। बता दें कि गंगा किनारे शवों को दफनाए दो महीने का वक्त गुजर चुका है।