अलीगढ़ में फायरिंग कर छुड़ाये दो अपराधी, सिपाही घायल
लखनऊ। अलीगढ़ कचहरी परिसर में आज दोपहर बाद कुछ लोगों ने फायरिंग कर एक अभियुक्त को छुड़ा लिया।
लखनऊ। अलीगढ़ दीवानी कचहरी में में गुरुवार दोपहर पेशी के लिए आए दो शातिर अपराधियों को ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनके साथी छुड़ा ले गये। फायरिंग में एक सिपाही घायल हुआ,जबकि दो अधिवक्ताओं को गोलिया छूते हुए निकल गईं। भागे शातिर अपराधियों को पिस्टल मुलाकात के बहाने दीवानी आई प्रेमिका ने मुहैया कराई थीं। मौके से अपराधी की प्रेमिका और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
गुरुवार की दोपहर में जिला कारागार से तमाम बंदी पेशी के लिए दीवानी की हवालात पुलिस वाहन से पहुंचे। हवालात से दो शातिर अपराधी अरुण उर्फ समीर पुत्र महाराणा प्रताप सिंह निवासी नगला फतेह इगलास एवं दूसरा अजीत कुमार उर्फ बंटी पुत्र यदुवंश सिंह निवासी बन्नादेवी को हथकड़ी में दो सिपाही रिंकू और सतीश कुमार सबसे पहले एसीजेएम अष्टम की कोर्ट में लाए जहा दोनों की पेशी के बाद उन्हें एडीजे षष्टम में पेश करने के लिए लाया गया। इस बीच अभी पेशी में वक्त था सो पुलिस कस्टडी में दोनों को नई बिल्डिंग में बिठाया गया जहा अपने प्रेमी अभियुक्त से मिलने उनकी प्रेमिका एक युवक के साथ आई थी। प्रेमिका के पास एक बैग था जिसमें खाने का टिफिन था। बताते हैं कि बैग में भोजन के बहाने प्रेमिका ने अपने प्रेमी को तीन पिस्टल गुपचुप सौंप दी। अपराधी अरुण उर्फ समीर ने तीनों पिस्टल निकाल लीं और एक पिस्टल चुप से साथी अजीत कुमार को दे दी। इसके अलावा 21 हजार रुपये भी अभियुक्त अरुण को दिये थे। दोनों अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। फायरिंग में अधिवक्ता मनोज कुमार और ओमप्रकाश पर गोलिया चलाईं जिसमें वह बच गए।
इस दौरान बदमाशों ने सिपाही सतीश को गोली मार दी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज ले जाया गया। दूसरे सिपाही रिंकू पर भी साधा मगर वह जान बचाकर भागा। फायरिंग की आवाज सुनकर अधिवक्ताओं की भीड़ एकत्रित हो गई और वह अपराधियों को पकडऩे के लिए दौड़े मगर दोनों अपराधी दीवानी की छतों से होकर तिब्बिया कालेज परिसर में कूदे और अन्य साथियों के साथ बाइक एवं एक अन्य चार पहिया वाहन से भाग गए। मौके से अधिवक्ताओं ने अपराधी अरुण की प्रेमिका और उसके साथी दीपक निवासी चौमुंहा, राया को दबोच लिया।