किसानों तक पहुंचे अनुसंधान : राम नाईक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल हर अनुसंधान को प्रदेश के किसानों तक पहुंचाने के पक्षधर हैं। राज्यपाल राम नाईक ने कृषि विज्ञान केंद्रों की 23वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का कल का उद्घाटन किया था।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल हर अनुसंधान को प्रदेश के किसानों तक पहुंचाने के पक्षधर हैं। राज्यपाल राम नाईक ने कृषि विज्ञान केंद्रों की 23वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का कल का उद्घाटन किया था।
राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर किसानों तक अनुसंधान का लाभ पहुंचाने की नसीहत देते हुए कहा कि कृषि ज्ञान को केंद्रों तक सीमित न रख कर खेतों तक पहुंचा देने से सार्थकता होगी। भारतीय कृषि गन्ना अनुसंधान संस्थान सभागार में राज्यपाल ने किसानों को अनपढ़ बताने वालों पर कटाक्ष किया और किसानों की क्षमताओं को सराहा।
उन्होंने कहा कि 1965 में युद्ध के समय खाद्यान्न कमी के चलते अमेरिका से गेहूं आयात करना पड़ा था। ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान का नारा देकर ऐसा उत्साहवद्र्धन किया कि आबादी तीन गुणा बढऩे के बावजूद आज खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता ही नहीं निर्यात करने की स्थिति आ गयी है। राज्यपाल ने कहा इच्छाशक्ति के बल पर कृषि क्षेत्र में विज्ञान के उपयोग से उपज व आय को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा किसानों को प्रशिक्षण देने में कृषि विज्ञान केंद्र दीपस्तंभ जैसा कार्य कर सकते है।
राम नाईक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के दो वर्ष पूरा पूर्ण होने का स्मरण किया और किसान हित में लागू की गई विभिन्न योजनाओं का जिक्र भी छेड़ा। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्र में समृद्धि बिना देश प्रगति नहीं कर सकता। कृषि क्षेत्र में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य पा लेना जरूरी बताया।
तो बनेगा उत्तम प्रदेश
नाईक ने महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में गन्ने की गुणवत्ता अंतर को भी समझा। कहा महाराष्ट्र का गन्ना ज्यादा चीनी रिकवरी देता है इसलिए उत्तर प्रदेश में क्वालिटी सुधार जरूरी है। उन्होंने मुंबई के विकास में उत्तर भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उसी प्रकार की मेहनत की जाए तो यह प्रदेश उत्तम प्रदेश बन सकता हैं। उन्होंने कृषि विद्यालयों में स्टाफ की कमी होने पर भी चिंता जतायी।
डा. एके सिंह उपमहानिदेशक आइसीएआर ने प्रदेश की परिस्थितियों और समस्याओं के बारे में बताया। कृषि विश्व विद्यालय पंतनगर के कुलपति मंगला राय ने किसानों की आमदनी में बढ़ाने में शोध कार्यो की भूमिका पर चर्चा की। राज्यपाल ने वार्षिक पुस्तिका का विमोचन किया तथा उद्यमिता विकास पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
तीन किसान पुरस्कृत
राज्यपाल राम नाईक ने तीन किसानों चंदौली के आनंद सिंह व सीतापुर की सावित्री देवी और कानपुर देहात के रामसिंह कटियार को शाल, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।