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इकलाख परिवार को 45 लाख मदद, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नोएडा के दादरी में बिसाहड़ा कांड के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीडि़त परिवार को सुरक्षा और मकान देने के साथ इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार को सहायता राशि बढ़ा कर तीस लाख रुपये करने और मृतक इखलाक के

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2015 02:15 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2015 10:18 PM (IST)

लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नोएडा के दादरी में बिसाहड़ा कांड के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीडि़त परिवार को सुरक्षा और मकान देने के साथ इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार को सहायता राशि बढ़ा कर तीस लाख रुपये करने और मृतक इखलाक के तीन भाइयों को पांच-पांच लाख रुपये की अलग से आर्थिक मदद की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इखलाक के घायल पुत्र का इलाज भी सरकारी खर्चे पर करवाने और जरूरत पडऩे पर बेहतर इलाज के लिए किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराने की घोषणा की। परिवार के सदस्य को नौकरी भी दिए जाने का आश्वासन दिया।

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रविवार को पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री आशु मलिक के साथ पीडि़त परिवार मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर सुबह सवा दस बजे मिलने पहुंचा। करीब ढाई घंटे तक इखलाक की मां असगरी, भाई अफजल, बेटी शाइस्ता और दामाद असीम ने मुख्यमंत्री के साथ बिताया और अपने दर्द का इजहार किया। घटना की तस्वीर भी मुख्यमंत्री के समक्ष पेश की गई। पीडि़त परिवार के साथ बातचीत के दौरान मंत्री शिवपाल सिंह यादव और आजम खां भी उपस्थित थे। मुलाकात के बाद दोपहर सवा एक बजे मुख्यमंत्री परिवार के सदस्यों के साथ मीडिया से मिले। अखिलेश ने कहा कि पीडि़त परिवार ने सब कुछ अपनी आंखों से देखा था कि कैसे लोग उनके घर की छत पर चढ़ गए थे। दादरी में जहां यह परिवार रहता था, वहां एक दूसरे से व्यवहार भी ठीक था लेकिन न जाने किसने जहर घोल दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर राजनीति करने के बजाय माहौल सुधारने की दिशा में काम होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार बनने के बाद कुछ ताकतें माहौल खराब करने में लगी हैं। अखिलेश ने भाजपा विधायक संगीत सोम के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की। पीडि़त परिवार के गांव छोड़ देने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला परिवार को लेना है कि वह कहां रहेंगे। पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।

अब तो पोते की चिंता है

बेटे इखलाक से जुदाई का दर्द मां असगरी के बहते आंसू से भी कम नहीं हो रहा था। मुख्यमंत्री के साथ खड़ी असगरी सिर्फ रो ही रहीं थीं। इससे माहौल भी गमगीन था। असगरी ने कहा कि वह समझ ही नहीं पाईं कि ऐसा कैसे हो गया। जिंदगी कट गई थी वहां रहते हुए और हर कोई मिलजुल कर रहता था। असगरी का ध्यान अब इखलाक के घायल बेटे पर है। कहती हैं कि बस वह किसी तरह ठीक होकर घर आ जाए। बहू भी परेशान हैं। अब गांव में रहने का मन नहीं करेगा। कहीं और चले जाएंगे। असगरी कहती हैं कि इस दुख की घड़ी में हर कोई उनके साथ खड़ा था।

सोशल मीडिया पर नजर रखेगी सरकार

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फेसबुक, ट्विटर तथा वाट्सएप पर अनाप-शनाप पोस्ट भेजकर सांप्रदायिकता व घृणा फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दादरी की घटना की आड़ में शरारती तत्व सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री व पोस्ट कर रहे हैं। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा के एक ट्विटर हैंडिलर की ओर से साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाडऩे और घृणा फैलाने के उद्देश्य से कुछ ट्वीट्स तीस सितंबर को किए गए थे, जिसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस विभाग ने एक प्रदेशव्यापी वाट्सएप नंबर 9454401002 जारी किया है। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाडऩे के प्रयासों के तहत पोस्ट की गई आपत्तिजनक सामग्री की शिकायत इस वाट्सएप नंबर के माध्यम से की जा सकती है। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।


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