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उत्तर प्रदेश में आज से महंगी बिजली का झटका

प्रदेशवासियों को महंगी बिजली का झटका रविवार से लगेगा जब प्रदेश में वर्ष 2015-16 के लिए बिजली की बढ़ी हुईं दरें लागू हो जाएंगी। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में औसतन 7.37 फीसद का इजाफा किया है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2015 09:39 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2015 09:41 AM (IST)

लखनऊ। प्रदेशवासियों को महंगी बिजली का झटका रविवार से लगेगा जब प्रदेश में वर्ष 2015-16 के लिए बिजली की बढ़ी हुईं दरें लागू हो जाएंगी। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में औसतन 7.37 फीसद का इजाफा किया है। शहरी घरेलू बिजली की दर में सर्वाधिक 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। नई दरें इस तरह से तय की गई हैं जिससे ज्यादा बिजली का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को अधिक बिल देना होगा।

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वर्ष 2015-16 के लिए घोषित टैरिफ के मुताबिक घरेलू बिजली दरों में औसतन 5.04 फीसद, उद्योगों की दरों में 5.04 फीसद, कामर्शियल (व्यावसायिक) में 5.16, सरकारी ट्यूबवेल व पंप की दर में 11.97 फीसद व शहरी क्षेत्र के निजी ट्यूबवेल व पंप की बिजली दरों में 2.73 फीसद का इजाफा किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं और कृषि कार्य में इस्तेमाल होने वाले निजी ट्यूबवेल की बिजली दरों को यथावत रखा गया है। सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं पर 1.90 फीसद का और रेग्यूलेटरी सरचार्ज भी लगाया गया है। इस तरह से आयोग ने बिजली की वर्तमान दरों में औसतन 7.37 फीसद का इजाफा किया है।

वैसे तो 1.90 फीसद रेग्यूलेटरी सरचार्ज सहित बिजली की दरों में औसतन 7.37 फीसद का इजाफा किया गया है लेकिन फिक्स चार्ज व इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी को मिलाकर शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को 13 से 14.54 फीसद तक बिजली का ज्यादा झटका लगेगा। पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने महीने में 150 यूनिट तक बिजली की खपत वालों की बिजली दरों में लगभग 19 फीसद (चार रुपये से 4.75 रुपये) जबकि 500 यूनिट से अधिक खपत वालों के लिए मात्र 4.5 फीसद (5.50 रुपये से 5.75 रुपये) ही बढ़ोतरी प्रस्तावित की थी। आयोग ने इसे उचित न मानते हुए कम खपत वालों को राहत देते हुए मात्र दस फीसद (चार रुपये से 4.40 रुपये) और अधिक खपत करने वालों की बिजली दर में 12.7 फीसद (5.50 रुपये से 6.20 रुपये) का इजाफा किया है।

विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा ने 18 जून को वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए बिजली की दरें घोषित की थीं। इसके बाद उप्र पावर कारपोरेशन ने 21 जून को चालू वित्तीय वर्ष के लिए बिजली की नई दरें प्रकाशित करते हुए यह घोषणा की थी कि विज्ञापन प्रकाशन की तिथि से सात दिन बाद नई दरें स्वत: लागू हो जाएंगी। गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में ही बिजली की दरों में औसतन 11.28 फीसद का इजाफा किया गया था। लगभग नौ माह बाद फिर बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई है।


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