Move to Jagran APP

आसाराम का सेहत खराबी का दांव फेल

लखनऊ। दुराचार के आरोपसे निकलने को आसाराम का हाथ-पैर मारना भारी पड़ रहा है। सच की त

By Edited By: Published: Tue, 22 Apr 2014 05:19 PM (IST)Updated: Tue, 22 Apr 2014 05:19 PM (IST)
आसाराम का सेहत खराबी का दांव फेल

लखनऊ। दुराचार के आरोपसे निकलने को आसाराम का हाथ-पैर मारना भारी पड़ रहा है। सच की ताकत ने उनके सेहत खराबी के दांव की हवा निकाल दी। कोर्ट में दर्द और बेहोशी का नाटक कर पीड़िता और दिल्ली पुलिस की एसआइ के बयान रोकने की उनकी पोल खुल गई। आसाराम ने जिस अस्पताल से उपचार की डिमांड की थी वहां के चिकित्सकों ने उनको स्वस्थ बताकर भर्ती करने से इन्कार कर दिया। इस पर कोर्ट ने आसाराम को जेल भेज दिया और बयान के लिए 25 अप्रैल की तिथि मुकर्रर कर दी है।

loksabha election banner

शाहजहांपुर में पीड़िता के पिता ने बताया कि आसाराम ने नया दांव चलकर फिर मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने पीड़िता के सरकारी वकील अभियोजन अधिकारी आरएल मीना की नियुक्ति पर सवाल उठाकर बयान टालने की कोशिश की है। सोमवार को जोधपुर कोर्ट में आसाराम ने सीने में दर्द की शिकायत कर आयुर्वेदिक उपचार की मांग की थी। नतीजतन पीड़िता समेत दिल्ली पुलिस की एसआइ पुष्पलता के बयान दर्ज नहीं हो सके। कोर्ट ने आसाराम को उपचार के लिए आयुर्वेदिक अस्पताल भेजा, लेकिन अस्पताल ने आसाराम को स्वस्थ बताकर भर्ती करने से ही मना कर दिया। पीड़िता के पिता ने बताया कि इस पर कोर्ट ने आसाराम को जेल भेज दिया। लेकिन अब आसाराम के वकीलों ने अभियोजन अधिकारी राजूलाल मीना की नियुक्ति पर सवाल उठाकर व्यवधान की कोशिश की है।

पीड़िता की शीघ्र न्या की गुहार

न्याय में देरी से पीड़िता के पिता आहत हैं। कहा कि उनकी बेटी की घटना के सप्ताह भर बाद ही मुंबई के शक्ति मिल में रेप हुआ था। इस मामले में फैसला आ चुका है, दोषियों को फांसी की सजा हो गई जबकि उनकी बेटी समेत 58 गवाहों की बयान बाकी हैं। उन्होंने शक्ति मिल कांड की तर्ज पर फैसले की गुहार लागाई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.